नई दिल्ली। एंटीबायोटिक इंजेक्शन पर पड़ोसी देश नेपाल में रोक लगने का समाचार है। नेपाल के औषधि प्रशासन विभाग ने भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित एंटीबायोटिक इंजेक्शन बायोटैक्स की बिक्री और वितरण पर रोक लगा दी है।
यह है मामला
नेपाल प्रशासन का कहना है कि भारतीय फार्मा कंपनी जाइडस हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा निर्मित बायोटैक्स 1 ग्राम बैच F 300460 दवा का उत्पादन विनिर्देशों के अनुरूप नहीं किया था। राष्ट्रीय औषधि नियामक संस्था की प्रयोगशाला में परीक्षण के दौरान इस बात का पता चला है। विभाग के प्रवक्ता प्रमोद केसी ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा।
मरीजों की जान को खतरा बताया
प्रवक्ता केसी के अनुसार निर्माता कंपनी, आयातकों और वितरकों को अगले आदेश तक उक्त दवा की बिक्री, आयात और वितरण को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि परीक्षण से पता चला है कि इस दवा का इस्तेमाल मरीजों की जान को खतरा में डाल सकता है। इस दवा पर प्रतिबंध से कोई असर नहीं पड़ेगा। अन्य दवा कंपनियों की समान संरचना वाले इंजेक्शन भी बाजार में उपलब्ध हैं।
बायोटैक्स का इस्तेमाल इन रोगों में
बता दें कि बायोटैक्स 1 ग्राम इंजेक्शन एक एंटीबायोटिक दवा है। इसका इस्तेमाल मस्तिष्क, फेफड़े, कान, मूत्र पथ, त्वचा, कोमल ऊतकों, हड्डियों और जोड़ों, रक्त और हृदय सहित जीवाणु संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता है। इस इंजेक्शन का इस्तेमाल सर्जरी के दौरान संक्रमण को रोकने के लिए भी किया जाता है
बायोटैक्स आईजीएम (Biotax IGM) एक एंटीबायोटिक इंजेक्शन है. बैच नंबर F300460, जिसकी मैन्युफैक्चरिंग डेट 05-2023 और एक्सपायरी डेट अप्रैल 2025 है, को काठमांडू में डीकेएम फार्मास्यूटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आयातित किया गया था. इसका निर्माण दमन यूटी में ज़ाइडस हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा किया गया है.
गौरतलब है कि नेपाल में इससे पहले भी भारत के एमडीएच और एवरेस्ट मसालों पर मिलावट की खबरें सामने आने के बाद प्रतिबंध लगा चुका है।