रायपुर (छ.ग.): राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पिछलें कुछ दिनों से बवाल मच गया हैं। वह इसलिए की संस्थान के सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉं.राधाकृष्ण रामचंदानी ने निदेशक डॉ. नितीन एम.नागरकर के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया हैं। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट पर एक पुरानी तस्वीर पोस्ट की जिसमें निदेशक, उनकी पत्नी और संस्थान के कुछ कर्मचारी दिख रहें हैं। इसमें डॉं. रामचंदानी ने लिखा, ‘क्या एम्स निदेशक की निजी संपत्ति हैं, जो उन्होंने किसी नेता-समाजसेवी से उद्घाटन करवाने की बजाय अपनी पत्नी से करवाया, ये कितना सही हैं…ये गलत हैं।’ उनके इस पोस्ट ने राज्य की राजधानी से लेकर दिल्ली तक हडकंप मचा दिया हैं।
डॉ. रामचंदानी के पोस्ट को लाइक और कमेंट करनें वाले 30 से अधिक छात्रों को पहले निलंबित कर दिया गया था। निदेशक से माफी मांगने के बाद इनके भविष्य को देखते हुए उन तमाम छात्रों का निलंबन वापस ले लिया गया। वहीं डॉ.रामचंदानी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया हैं। इस मामले में डॉ.रामचंदानी एक तरफ हैं तो दूसरी तरफ पूरा एम्स रायपुर का प्रशासन उनके खिलाफ खड़ा हैं। डॉ. रामचंदानी जहां सच को सबके सामने लाने और पीएमओ, सीजेआई तक शिकायत करने की कह रहे हैं। डॉं.रामचंदानी के पोस्ट को लाइक करने वाले साथी डाक्टरों, नर्सिंग कर्मचारियों को भी कार्रवाई की धमकी मिल रहीं हैं। एम्स रायपुर के आला अधिकारियों के अनुसार डॉक्टर और छात्रों पर कार्रवाई अनुशासनहीनता के तहत की गई हैं। एम्स प्रबंधन इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।