नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते देश के सबसे बड़े अस्पताल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से एक हजार एन-95 मास्क गायब होने का मामला सामने आया है। रातों-रात यहां के ट्रॉमा सेंटर में रखे मास्क गायब हो गए। इससे संस्थान में हडक़ंप मचा है। एम्स के रेजीडेंट डॉक्टरों ने प्रबंधन को सुबह तक मास्क उपलब्ध कराने का वक्त दिया है। सूत्रों की मानें तो मास्क नहीं मिलने पर डॉक्टर सोमवार को हड़ताल पर जाने का फैसला ले सकते हैं। इससे पहले सफदरजंग अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टरों ने भी ऐसा ही किया था जिसके चलते स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन्हें तत्काल मास्क उपलब्ध कराए थे। हालांकि एम्स के ट्रॉमा सेंटर से एक हजार मास्क कहां गायब हो गए? इसे लेकर प्रबंधन ने कोई जानकारी नहीं दी है। जानकारी के अनुसार
एम्स के ट्रॉमा सेंटर स्थित ओटी कॉम्प्लेक्स में रखे एक हजार से ज्यादा एन-95 मास्क लापता हैं। आशंका जताई जा रही है कि किसी ने इन्हें चोरी कर लिया है। इसलिए प्रबंधन ने फिलहाल मास्क उपलब्ध नहीं कराने की लाचारी भी व्यक्त की है। एम्स रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के सचिव डॉ. श्रीनिवास ने बताया कि ट्रामा सेंटर में तैनात डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ किसी को भी मास्क उपलब्ध नहीं कराया गया है। जबकि कुछ ही दूरी पर स्थित सफदरजंग अस्पताल में कोरोना पॉजीटिव 12 केस भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार बायोमेट्रिक हाजिरी तक पर रोक लगा रही है, वहीं डब्ल्यूएचओ तक की सिफारिशों पर सुस्त रवैया अपना रही है। ट्रॉमा सेंटर के आपातकालीन विभाग में भी कर्मचारियों को मास्क नहीं दिया है। गौरतलब है कि एम्स में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग भी चल रही है। ऐसे में आरडीए ने प्रबंधन को चेतावनी दी है कि अगर सोमवार सुबह तक कर्मचारियों को मास्क नहीं मिले तो डॉक्टर हड़ताल पर जा सकते हैं।