पटियाला। पंजाब केमिस्ट एसोसिएशन (पीसीए) प्रदेश में बिक रही ऑनलाइन मेडिसन के खिलाफ एकजुट होकर विरोध करेंगे। एसोसिएशन ने हाल ही में स्टेट ड्रग कंट्रोलर डॉक्टर प्रदीप कुमार मट्टू से मिलकर कहा है कि वह भी इस धंधे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। प्रधान सुरेंद्र गोयल ने बताया कि इस संबंध में पीसीए की बैठक हुई। बैठक में जिले के सैकड़ों केमिस्टों ने हिस्सा लिया। सुरिंदर ने कहा कि ऑनलाइन बिक रही मेडिसन के कारण प्रदेश के कैमिस्टों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है, इसलिए एसोसिएशन जिला स्तर पर बैठक कर उनके साथ जुड़े केमिस्टों को यह जानकारी दे रही है कि वे अपने स्तर पर ऑनलाइन मेडिसन खरीदने और बेचने के खिलाफ सिविल सर्जन तक पहुंच करके अपना विरोध जताएं। नरिदर पाल लाली एक या दो दिन में सिविल सर्जन पटियाला डॉक्टर हरीश मल्होत्रा व ड्रग कंट्रोलर को एक मांगपत्र सौंपेंगे। वे ऑनलाइन मेडिसिन बेचने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे। नरिदर व सुरिदर ने बताया कि द कंट्रोलर ऑफ इंडिया डॉक्टर टीवी सोमानी ने प्रदेश के अलावा देश के सभी प्रदेशों में भी ड्रग कंट्रोलर को पत्र जारी कर कहा है कि वे ऑनलाइन मेडिसन बेचने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। सरकारी जन औषधि केंद्रों पर बिक रही कम रेट की दवाई के बारे में भी बैठक में चर्चा हुई। एसोसिएशन ने नेशनल प्राइसिग फार्मास्यूटिकल अथॉरिटी से कहा है कि वह अपने स्तर पर ही दवाइयों के दाम फिक्स कर दें ताकि केमिस्ट दवाइयों के निर्धारित दामों पर उनको भेज सकें।
नरिदर पाल लाली ने बताया कि एक्सपायरी और ब्रेकेज सामग्री को वापस करने में केमिस्टों को काफी आती थी जिसके हल के लिए एसोसिएशन ने 140 कंपनियों के साथ सीधी बात कर यह मसला हल किया है कि किसी भी केमिस्ट को एक्सपायरी दवाई वापस करने के साथ-साथ ब्रेकेज सामाग्री का कोई भी नुकसान नहीं होगा। मई 2019 से कंपनियों के साथ हुई बातचीत के बाद यह लागू कर दिया गया है कि कोई भी कंपनी एक्सपायरी दवाई और ब्रेकेज मटीरियल वापस लेकर उनकी राशि जीएसटी के साथ वापस देगी।