दमोह (मप्र)। मप्र केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर जिला औषधि विक्रेता संघ ऑनलाइन दवाई बिक्री के विरोध में 8 जनवरी को ज्ञापन सौंपेगा। इसे लेकर दवा विक्रेताओं का हल्ला बोल कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। संघ के अध्यक्ष अजय मोदी ने बताया कि ई-फार्मेंसी के माध्यम से कई प्रकार से खुले तौर पर अतिरिक्त छूट का विज्ञापन करते हैं जो कि छोटे दुकानदारों के लिए संभव नहीं है। ड्रग्स प्राइस एंड कंट्रोल आर्डर 2013 द्वारा रिटेल दवाई विक्रेता को 16 प्रतिशत एवं थोक दवाई विक्रेता को 8 व 10 प्रतिशत मार्जिन ही शासन द्वारा दिया जाता हैं। ऑनलाइन में अधिक छूट अव्यवहारिक व नियम विरूद्ध है। ऑल इंडिया आर्गेनाइजेशन ऑफ कैमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एवं मप्र कैमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन पिछले दो-तीन वर्षों से लगातार प्रयास कर रहा है कि ऑनलाइन दवा विक्रय बंद हो एवं लेकिन दिल्ली, मद्रास हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद ऑनलाइन दवा विक्रय पर सरकार द्वारा अभी तक रोक नहीं लगाने के विरोध में संपूर्ण मप्र समस्त के दवा विक्रेताओं के साथ दमोह जिले के सभी दवा विक्रेता एक साथ 8 जनवरी को जिला मुख्यालय पर जिलाधीश को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।