सुल्तानपुर। जिले में बिना लाइसेंस के संचालित हो रहे नर्सिंग होम के साथ ही मेडिकल स्टोर पर औषधि विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। तीन जिलों के औषधि निरीक्षकों ने जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के सेमरी बाजार में छापा मार दिया। दरअसल जिले में लंबे समय से बगैर लाइसेंस के दवाएं बेचने की शिकायत सहायक आयुक्त औषधि मंडल अयोध्या एसके चौरसिया को मिल रही थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सहायक आयुक्त औषधि अयोध्या एसके चौरसिया ने झोलाछाप डॉक्टरों, बिना लाइसेंस के संचालित हो रहे मेडिकल स्टोर और हॉस्पिटलों की जांच के लिए तीन जिलों के औषधीय निरीक्षकों की संयुक्त टीम गठित की थी। जिसको लेकर टीम ने आरोग्य हॉस्पिटल में बिना लाइसेंस के संचालित हो रहे मेडिकल स्टोर की सघन जांच की। जांच के दौरान बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर संचालित होता पाया गया। इसके साथ ही मेडिकल स्टोर से तीन लाख रुपये कीमत की प्रतिबंधित दवाएं मिली हैं। जांच टीम ने दवाएं सील करते हुए तीन नमूने जांच के लिए एकत्र किया है। मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। बतादें जांच टीम को मेडिकल स्टोर के संचालक राकेश वर्मा मौके पर नहीं मिले। टीम को मेडिकल स्टोर पर उनका भतीजा सोनू वर्मा मिला। जांच टीम ने उससे मेडिकल स्टोर के लाइसेंस व जरूरी कागजात मांगे तो वह नहीं दे सका। जांच टीम की पूछताछ में पता चला कि मेडिकल स्टोर करीब सात माह से बिना लाइसेंस के संचालित हो रहा था। गौरतलब है कि तीन सदस्यीय छापेमारी टीम में शामिल ड्रग इंस्पेक्टर सुनीता कुरील ने बताया कि आरोग्य हॉस्पिटल में बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर संचालित होता पाया गया है। मेडिकल स्टोर का संचालन करने वाले राकेश वर्मा निवासी रामपुर सकरवारी थाना बेवाना जिला अंबेडकर नगर को कई बार बुलाया गया, लेकिन वह नहीं आया। मेडिकल स्टोर का लाइसेंस भी नहीं मिला है। हालांकि मेडिकल स्टोर से तीन लाख रुपये कीमत की दवाएं सील करते हुए तीन नमूना लिया गया है। लिए गए दवाइयों के नमूने को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। इसके बाद मेडिकल स्टोर के संचालक के खिलाफ परिवाद दायर किया जाएगा।