आगरा। अवैध गोदामों से नकली दवाओं की सप्लाई की जा रही है। दवा का अवैध धंधा करने वाले कारोबारियों ने कामर्शियल कांप्लेक्स से लेकर कालोनियों तक में गोदाम बना रखे हैं। औषधि विभाग की टीम ने 100 से अधिक अवैध गोदाम चिन्हित किए हैं। वहीं, राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर का वाणिज्य कर विभाग से ब्योरा मांगा है। तो वहीं औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक ने बताया कि अवैध गोदामों की जानकारी जुटाई जा रही है।
इसके बाद छापा मारा जाएगा। वहीं, राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर का पिछले डेढ़ साल का वाणिज्य कर विभाग से ब्योरा मांगा गया है, जिससे राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा बिक्री की गई दवाओं की जानकारी मिल सके। नकली दवाओं की आगरा बड़ी मंडी बन चुका है। यहां इलाज कराना खतरे से खाली नहीं हैं। गौरतलब है कि शहर और देहात में कालोनियों और कामर्शियल कांप्लेक्स में 100 से अधिक अवैध गोदाम संचालित हैं। इन गोदामों से करोड़ों की नकली, नशीली और अवैध दवाओं की सप्लाई की जा रही है।
दरअसल औषधि विभाग की टीम ने आठ फरवरी को राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर, सत्यम प्लाजा, सिकंदरा पर छापा मारा था। यहां अवैध गोदाम से नकली दवाएं जब्त की थीं। सुबूत मिटाने के लिए 12 फरवरी की रात को सत्यम प्लाजा के बाहर प्लाट में दवाएं जला दी गईं। औषधि विभाग की टीम को आशंका है कि ये दवाएं भी सत्यम प्लाजा में संचालित अवैध गोदाम में रखी हुई थीं। इससे पहले औषधि विभाग की टीम ने कमला नगर में जयपुरिया गैंग के अवैध गोदाम से नशीली दवाएं जब्त की थीं। बल्केश्वर में अवैध गोदाम पकड़ा था, एसएस कालेज आफ एजूकेशन में छापा मारकर डायलिसिस में इस्तेमाल होने वाली दवाओं का जखीरा जब्त किया था।