चंडीगढ: डेरामुखी गुरमीत राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद भडक़ी हिंसा से लगे कर्फ्यू के कारण दवा धंधा भी ठप हो गया। कर्फ्यू के दौरान पुलिस ने केमिस्ट शॉप्स और लैब भी बंद करा दी। इस कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पटियाला शहर के राजिंदरा अस्पताल और माता कौशल्या अस्पताल के अंदर जन औषधि केन्द्र और रेडक्रास से मेडिकल शॉप्स के सहारे मरीजों को दवाएं मिली लेकिन डॉक्टरों द्वारा लिखी सभी दवाएं यहां भी उपलब्ध नहीं थी। राजिंदरा अस्पताल की बात करें तो यहां जांच के लिए रोगियों को भटकते देखा गया।

डॉक्टर धड़ल्ले से बाहर के टेस्ट लिख रहे थे लेकिन लैब बंद होने के कारण जांच नहीं हो सकी। जब कफ्र्यू हटा तो मरीजों को राहत मिली। कुछेक केमिस्ट शॉप खुली तो मरीजों की भीड़ लग गई। हालांकि कुछ लैब ने सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं का बोर्ड लगा दिया था। उधर, मेडिकल कॉलेज से काफी स्टूडेंट्स तीन दिन छुट्टी पर चले गए है। इस पर राजिंदरा अस्पताल प्रशासन ने किसी भी स्टूडेंट को 30 अगस्त तक घर जाने पर पाबंदी लगा दी। इसी तरफ मानसा, मलोट और हरियाणा के पंचकूला, सिरसा में भी डेरा समर्थकों द्वारा मचाए उपद्रव से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई।