जयपुर। पुलिस ने कार सवार 3 युवकों को नाके पर रोककर उनकी तलाशी ली तो उनके कब्जे से 14 हजार नशीली गोलियां बरामद हुईं। पुलिस ने तीनों युवकों के खिलाफ एनडीपीसी एक्ट के तहत केस दर्ज कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेजा है। डेराबस्सी के एएसपी हरमन हांस ने बताया कि लैहली चौक पर इंचार्ज फूलचंद ने गुप्त सूचना के आधार पर नाकाबंदी की हुई थी। इस बीच हरियाणा के अंबाला की ओर से एक वेंटो कार को रोककर उसकी तलाशी ली गई तो उसमें माइक्रालिट नामक नशे की प्रतिबंधित 14 हजार गोलियों की खेप बरामद हुई। ये गोलियां अंबाला के निकट गांव जंडली में नशा बेचने वाले सौदागरों से करीब 50 हजार रुपए में खरीदी गई थीं। पकड़े गए युवकों में कार कमलदीप शर्मा निवासी तोगापुर की थी, जिसमें कमलदीप के अलावा हरविंदर सिंह उर्फ सोनू और सुनिल कुमार दोनों निवासी दप्पर भी सवार थे। लालडू के एसएचओ अमरप्रीत सिंह ने बताया कि तीनों का दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल हुआ है। इसमें मजेदार बात यह है कि चंद रोज पहले ही इंचार्ज फूलचंद ने इलाके के केमिस्ट्स की बैठक ली थी और उन्हें नशा बेचने या सप्लाई करने के खिलाफ सख्त शब्दों में चेतावनी दी थी। इस बैठक में दप्पर में केमिस्ट की दुकान करने वाला हरविंदर सिंह सोनू भी शामिल था। बैठक में वह सबसे आगे था। हालांकि सोनू पुलिस के आगे बार-बार गर्दन हिलाकर पुलिस निर्देश सबसे ज्यादा समझने और उन पर अमल करने का भरोसा दे रहा था परंतु उसकी तमाम हरकतें दिखावा साबित हुईं। पकड़े गए तीनों में हरविंदर सोनू ही मुख्यारोपी है जबकि कमलदीप शर्मा उसकी दुकान में काम करता बताया गया है।