Fake Cancer Drug: गुरुग्राम में ड्रग्स कंट्रोल विभाग ने बड़ी कार्रवाही करते हुए  कैंसर की नकली दवा (fake cancer drug) बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाला defibrotide इंजेक्शन बरामद किया है।

प्राइवेट अस्पताल के सामने बिक रही थी कैंसर की नकली दवा (fake cancer drug) 

मुख्यमंत्री उड़नदस्ता और ड्रग्स कंट्रोल विभाग (Chief Minister Flying Squad and Drugs Control Department) की टीम ने सेक्टर-52 में एक प्राइवेट साइबर सिटी नाम की अस्पताल के सामने कैंसर के नकली इंजेक्शन बेचने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। टीम ने आरोपित के कब्जे से इंजेक्शन भी बरामद किए हैं। नकली इंजेक्शन बेचने का कारोबार करने वाला मास्टरमाइंड अभी फरार हैं। जिसकी तलाश की जा रही है।

सूचना के आधार पर की छापेमारी 

दरअसल, मुख्यमंत्री उड़नदस्ता और ड्रग्स कंट्रोल विभाग की टीम को सूचना मिली कि सेक्टर-52 में एक निजी अस्पताल के सामने कैंसर पीड़ित मरीज के लिए ढाई लाख रुपये में नकली इंजेक्शन बेचा जा रहा है। सूचना के आधार पर टीम ने छापेमारी की। ड्रग्स एंड कंट्रोल ऑफिसर ने बताया कि कैंसर का यह नकली इंजेक्शन इटली से सप्लाई होता है। जब इटली कंपनी को ड्रग्स विभाग द्वारा उनकी मेल के द्वारा सूचित किया गया तो इटली कंपनी ने इंजेक्शन नकली बताया। ड्रग्स विभाग द्वारा आरोपी संदीप भुई व रैकेट का सरगना मोतिउर रहमान अंसारी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आरोपी संदीप भुई पुत्र गौरी शंकर भूई को मौके से गिरफ्तार किया गया और इस पूरे रैकेट के सरगना मोतीउर रहमान अंसारी की तलाश जारी है।

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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के द्वारा भी नकली इंजेक्शन के बारे में अलर्ट जारी किया गया है. बहरहाल, ड्रग कंट्रोल विभाग और सीएम फ्लाइंग नकली दवाओं से जुड़े इस नेक्सेस को खंगालने में जुटे हुए हैं।