चंडीगढ़। जानलेवा कैंसर रोग अब हरियाणा में भी अपनी जड़ें फैलाने लगा है। स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के मद्देनजर राज्य सरकार कैंसर रोग पर कंट्रोल के लिए सक्रिय हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने हिसार के अग्रोहा मेडिकल कालेज में कैंसर अस्पताल खोलने के लिए निजी क्षेत्र के टाटा मेमोरियल अस्पताल को प्रस्ताव भेजा है। टाटा ग्रुप ने भी सरकार के प्रस्ताव को सकारात्मक रिस्पांस दिया है।
गौरतलब है कि प्रदेश में फिलहाल 20 हजार से अधिक कैंसर रोगी हैं जिन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली सहित दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ता है। सरकारी स्तर पर झज्जर के बाढ़सा में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की परियोजना जल्द सिरे चढऩे वाली है। 32 एकड़ पर 2035 करोड़ में बनने वाले इस संस्थान से झज्जर, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी सहित पूरे दक्षिणी हरियाणा को फायदा होगा।

इसी तरह अंबाला छावनी में 50 बेड के कैंसर अस्पताल के बनने से यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पानीपत सहित उत्तर हरियाणा के लोगों को फायदा होगा। उत्तर और दक्षिण हरियाणा में कैंसर अस्पताल के प्रोजेक्ट बनने के बाद हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, जींद और साथ लगते क्षेत्रों के कैंसर मरीजों के लिए इस जोन में कैंसर इंस्टीट्यूट की जरूरत महसूस की जा रही थी। बता दें कि खेती में उर्वरकों और कीटनाशकों के अंधाधुंध इस्तेमाल और आरामदेह जीवन शैली के चलते पिछले पांच साल में ही प्रदेश में करीब सात हजार नए लोग कैंसर की चपेट में आ गए।

मृतकों की संख्या भी दोगुनी तक जा पहुंची। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर, जबकि पुरुषों में फेफड़ों और गले का कैंसर तेजी से बढ़ रहा है।  हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि कैंसर रोगियों को इलाज की उच्च स्तरीय सुविधाएं दिलाने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। झज्जर के बाढ़सा और अंबाला छावनी में कैंसर अस्पताल की परियोजना पूरी होने के बाद लोगों को प्रदेश में ही बेहतर इलाज मिलेगा। हिसार के अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में कैंसर अस्पताल बनाने के लिए हमने टाटा मेमोरियल ट्रस्ट को प्रस्ताव भेजा है जिस पर सकारात्मक जवाब मिला है। स्वास्थ्य विभाग के अफसर समझौते को सिरे चढ़ाने में लगे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा।