अहमदाबाद। दवा निर्माता कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड (सीएचएल) ने अपनी सहायक इकाई जाइडस टेक्नोलॉजिज लिमिटेड (जेडटीएल) में 1.62 करोड़ रुपये में शेष 15 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की है। दर्द, हार्मोन और ह्रदय संबंधी समस्याओं के उपचार की नई दवा वितरण प्रणाली (एनडीडीएस) के निर्माण और विपणन में लगी जेडटीएल में सीएचएल की 85 प्रतिशत हिस्सेदारी पहले से ही थी। सितंबर तिमाही में कैडिला हेल्थकेयर का समेकित कर-पूर्व लाभ (पीबीटी) 77 प्रतिशत घटकर 122.4 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 535 करोड़ रुपये था। दूसरी तिमाही में कंपनी की समेकित कुल आय 3,393 करोड़ रुपये पर रही, जो पिछले साल की समीक्षाधीन अवधि में दर्ज की गई 2,991 करोड़ रुपये के मुकाबले 13 प्रतिशत तक की वृद्घि है।
व्यवसाय में वृद्घि कैडिला हेल्थकेयर के भारतीय व्यवसाय में सालाना आधार पर 24 प्रतिशत की बढ़ोतरी की मदद से संभव हुई है। कंपनी के भारतीय व्यवसाय ने वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में 1,430 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की। दूसरी तरफ, अमेरिका में कंपनी का व्यवसाय सालाना आधार पर 10 प्रतिशत तक बढ़ा। एशिया के उभरते बाजारों, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका में सीएचएल का व्यवसाय 8 प्रतिशत तक बढ़ा। स्वर्ण वित्त कंपनी मुथूट फाइनांस ने सितंबर तिमाही में 1,115.9 करोड़ रुपये का कर-पूर्व लाभ (पीबीटी) दर्ज किया है, जो पिछले साल की समान अवधि के 786.52 करोड़ रुपये की तुलना में 42 प्रतिशत की वृद्घि है। सितंबर तिमाही में कुल आय 32.15 प्रतिशत बढक़र 2,406.3 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,820.8 करोड़ रुपये थी। कंपनी के चेयरमैन एमजी जॉर्ज मुथूट ने कहा कि वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही के दौरान समूह की समेकित ऋण परिसंपत्तियां 13 प्रतिशत तक बढक़र 40,390 करोड़ रुपये पर रहीं, जो पिछले 35,835 करोड़ रुपये थीं। वर्ष की पहली छमाही के दौरान समेकित लाभ 1,472 करोड़ रुपये पर रहा जो पिछले साल के 1,033 करोड़ रुपये के मुनाफे की तुलना में 42 प्रतिशत तक ज्यादा है। कंपनी के प्रबंध निदेशक जॉर्ज अलेक्जेंडर मुथूट ने कहा कि अक्टूबर, 2019 में कंपनी ने 6.125 प्रतिशत प्रतिफल वाले बॉन्ड निर्गम के जरिये 45 करोड़ रुपये जुटाए। इससे वह संबद्घ नियम के तहत पहला अंतरराष्ट्रीय बॉन्ड निर्गम लाने वाली पहली निजी क्षेत्र की एनबीएफसी बन गई।