मऊ। शहर में लगे लॉकडाउन के बाद से सभी दुकानों पर ताला लगा हुआ है। प्रशासन ने कुछ ही दुकानों को खोलने की अनुमति दी है। इसमें नौ किराना तथा सात मेडिकल की दुकानें है। जबकि थोक की किसी भी दवा दुकान को खोलने का आदेश नहीं दिया गया है। थोक की दुकानें बंद होने से शहर ही नहीं बल्कि पूरे जिले में दवा की आपूर्ति प्रभावित हो रही है।
सबसे बड़ी परेशानी थोक की दुकानों के बंद होने से हो रही है। इन सभी दुकानों से ही पूरे जिले में दवा की सप्लाई होती है। नगर के सिधी कालोनी, स्वदेशी काटन मिल तथा अली बिल्डिग में दवा का होल सेल की दुकान है। सिर्फ सिधी कालोनी में 18, स्वदेशी काटन मिल के पास पांच तथा अली बिल्डिग में छह होल सेल की दुकान है। इन्ही दुकानों से पूरे जनपद में सप्लाई किया जाता है। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में जो भी छोटे या मझोले दुकानदार है जो प्रतिदिन खरीदारी के बाद ही जरूरत की दवाओं का रेंज रख पाते है उनको इस समय काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दवा कोरोबार के लिहाज से यह पीक सीजन होता है, जिसमें सर्दी, जुकाम, खासी व बुखार के ज्यादा मरीज मिलते है। जबकि दुकान बंद होने से आने वाले कुछ ही दिनों में मरीजों के साथ फुटकर दुकानदारों को दिक्कत बढ़ सकती है।