नई दिल्ली। दुनिया के 194 देश कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं। 18 हजार 905 लोगों की मौत हो चुकी है। 4 लाख 28 हजार 271 संक्रमित हैं। 1 लाख 9 हजार 961 मरीज ठीक भी हुए। ब्रिटेन के क्लेरेंस हाउस (रॉयल रेसिडेंस) के मुताबिक, 71 साल के चाल्र्स प्रिंस कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद उनकी पत्नी कैमिला को भी आइसोलेट कर दिया गया है। ब्रिटेन में अब तक 422 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि आठ हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। इटली में 24 घंटे में 743 लोगों की मौत हुई है। अब तक संक्रमण के 69,176 मामले सामने आए हैं, जबकि 6 हजार 820 लोग मारे जा चुके हैं। देश में लॉकडाउन 3 अप्रैल को खत्म हो रहा है। सरकार ने कोरोनावायरस को लेकर लापरवाही बरतने वाले लोगों से सख्ती से निपटने के लिए नई एडवाइजरी जारी की। कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति अगर घर में नहीं रहते हैं तो उन्हें पांच साल तक जेल की सजा हो सकती है। होम क्वारैंटाइन का उल्लंघन करने पर करीब 33 हजार रु. (400 यूरो) से दो लाख 47 हजार रु. (3,000 यूरो) तक जुर्माना लगाया जा सकता है। वायरस को फैलने से रोकने के लिए बनाए गए नियम तोडऩे वाले व्यवसायों को पांच से 30 दिनों तक के लिए बंद किया जा सकता है। सरकार ने कहा कि 31 जुलाई तक हर महीने नियमों की समीक्षा की जाएगी और उन्हें सख्त बनाया जा सकता है।
ईरान में एक दिन में 143 लोग मारे गए हैं। यहां अब तक 2,077 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 27017 लोग संक्रमित हो चुके हैं। राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि कोरोनावायरस से निपटने के लिए लोगों पर और सख्त पाबंदी लगाई जा सकती है। बुधवार शाम तक सरकार इसकी घोषणा कर सकती है। ईरान में अब तक लॉकडाउन नहीं लगाया गया था। लोगों से मौखिक रूप से अपील की गई थी कि वे घर में रहें। अमेरिका में 4 मार्च से संक्रमण के मामले हर दिन 23 फीसदी तक बढ़े हैं। वहीं, 18 से 19 मार्च तक 51 फीसदी की वृद्धि हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि अमेरिका कोरोनोवायरस महामारी का केंद्र बन सकता है। उधर, प्रशांत महासागर में तैनात अमेरिकी जंगी जहाज यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट में तीन सैनिक पॉजिटिव मिले हैं। नेवी के कार्यवाहक सचिव थॉमस मूडली ने कहा कि तीनों संक्रमितों को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके संपर्क में आए अन्य सैनिकों को भी आइसोलेट किया गया है। इस जंगी जहाज में करीब पांच हजार नाविकों का दल है। कोरोनावायरस की वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हो रहा है। इससे निपटने के लिए अमेरिकी सीनेट में 2 ट्रिलियन डॉलर का राहत पैकेज पास किया गया। उधर, जेनेवा में डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। यहां बुधवार सुबह तक 54 हजार 808 लोग संक्रमित हुए हैं। यहां अब तक 784 लोगों की जान गई है। प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने कहा कि पूरे देश में चार हफ्ते के लिए राष्ट्रीय आपातकाल लगाया जाएगा। यहां संक्रमण का आंकड़ा 205 ज्यादा हो गया है। देश में बुधवार को 50 नए मामले सामने आए। न्यूजीलैंड के इतिहास में दूसरी बार आपातकाल लगाया गया है। 23 फरवरी 2011 को पहली बार देश में आपातकाल लगाया गया था। उस समय भूकंप में लगभग 200 लोग मारे गए थे। कोरिया सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, दक्षिण कोरिया में बुधवार को संक्रमण के 100 नए मामले सामने आए। देश में अब 9 हजार 137 लोग संक्रमित हैं। वहीं, 126 लोगों की मौत हो चुकी है। थाईलैड के अधिकारियों ने कहा कि देश में संक्रमण के 107 नए मामलों की पुष्टि हुई है। अब यहां संक्रमितों की संख्या 934 हो गई थी। यहां चार मौतें दर्ज की गई हैं। जबकि 70 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। 860 मरीजों का अभी भी इलाज चल रहा है। भारत में मंगलवार आधी रात से लॉकडाउन लागू कर दिया गया। देश के 1.3 अरब लोग अपने घरों में 21 दिन तक नजरबंद रहेंगे। इस दौरान जरूरी चीजों जैसे सब्जी, दूध और मेडिकल स्टोर खुले रहेंगे। यहां अब तक संक्रमण के 598 मामले हो चुके हैं, जबकि 12 लोगों की मौत हो गई है। इटली के बाद अब स्पेन भी मौतों के मामले में चीन से आगे निकल गया है। बुधवार दोपहर तक स्पेन में संक्रमण से 3,434 लोगों की मौत हो गई। यहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बुधवार को स्पेन में संक्रमण के 5,552 नए मामले सामने आए तो 443 लोगों की मौत हो गई। स्पेन में अब तक संक्रमण के 47610 कुल मामले आ चुके हैं। वहीं अब तक चीन में 3,281 लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन में 14 मार्च को 15 दिन तक लॉकडाउन लगाने की घोषणा की गई थी। स्पेन में लॉकडाउन अब 11 अप्रैल तक बढ़ाया जा सकता है। फ्रांस के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि देश में एक दिन में 240 लोग मारे गए हैं। अब तक कुल 1100 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 22 हजार 304 लोग संक्रमित हुए हैं। इटली और स्पेन के बाद फ्रंास यूरोप में तीसरा सबसे ज्यादा प्रभावित देश है।