नाहन (हप्र)। पुलिस ने कालाअंब स्थित दवा कंपनी डिजीटल विजन को दवा कोल्ड बेस्ट के लिए रॉ मैटिरियल सप्लाई करने के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि अंबाला स्थित ठाकुर इंटरप्राइजेज द्वारा दवा के लिए प्रोपलीन ग्लाइकोल सप्लाई किया गया था। इस कैमिकल में मिलावट पाई गई है। मिलावट को ही बच्चों की मौत का कारण माना गया है। पुलिस ने आरोपी सप्लायर विभोर चितकारा को अंबाला से गिरफ्तार कर जज के सामने पेश किया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
गौरतलब है कि यह मामला जम्मू-कश्मीर के रामनगर में बच्चों की मौत के बाद सामने आया था। इसके बाद जम्मू कश्मीर के स्टेट ड्रग कंट्रोलर ने हिमाचल और हरियाणा के स्टेट ड्रग कंट्रोलर को मामले में कार्रवाई के लिए लिखा था। 15 फरवरी को स्टेट ड्रग कंट्रोलर और 17 फरवरी को सेंट्रल ड्रग कंट्रोलर की टीम ने उद्योग में छापेमारी कर सैंपल भरे थे। प्रारंभिक जांच में दवाई के सेवन से बच्चों की किडनी खराब होने का मामला सामने आया था। इसके बाद ड्रग कंट्रोलर की टीम ने हरियाणा स्थित अंबाला व कालाअंब में स्थित डिजीटल विजन में छापेमारी की थी। मामले में उद्योग को पहले ही सील किया जा चुका है। देशभर में जहां भी उद्योग में बनी दवाई कोल्ड बेस्ट सप्लाई की गई थी। इसकी बिक्री पर रोक लगाकर पूरे स्टॉक को वापस मंगवा लिया गया था ताकि कोई अन्य बच्चा दवाई के कारण प्रभावित न हो। इस मामले में उद्योग के तीनों मालिकों पर कॉस्मेटिक एक्ट के अलावा धारा 308 में मामला दर्ज किया गया है। उद्योग के चेयरमैन पुरूषोतम गोयल, प्रबंध निदेशक कोनिक गोयल व मानिक गोयल को आरोपी बनाया गया है। यह तीनों आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। रॉ मैटिरियल सप्लाई करने वाले विभोर की गिरफ्तारी के बाद इन तीनों की गिरफ्तारी भी जल्द हो सकती है। दवा कोल्ड बेस्ट के सेवन से अभी तक करीब 13 बच्चों की मौत हो चुकी है। उधमपुर जिले के रामनगर में पहले भी 12 बच्चों की मौत का मामला सामने आया था। इसके बाद पटियाला में दो बच्चों को एक डॉक्टर ने यह प्रतिबंधित दवा दी थी। इस दवा के सेवन से दो साल के एक बच्चे की मौत हो गई थी। जबकि दूसरे पांच साल के बच्चे को गंभीर हालत होने पर आईसीयू में भर्ती करवाया गया था। विभाग ने इस दवा को वापस मंगवाने के लिए संबंधित राज्यों के ड्रग एसोसएिशन को कहा था। साथ ही दवा की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था।