फरीदाबाद। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पर्वतीय कॉलोनी के ओम अस्पताल पर छापेमारी कर गर्भपात करने में काम आने वाली अंग्रेजी दवाइयां व इंजेक्शन तथा औजार समेत छह हजार की राशि जब्त की है। टीम ने मौके से अस्पताल मालिक हरेन्द्र सिंह और स्टाफ नर्स श्वेता को एमटीपी एक्ट के उल्लंघन, ड्रग एवं कॉस्मैटिक एक्ट व आईएमसी की धारा में केस दर्ज कर गिरफ्तार किया है।
जांच दल ने फरीदाबाद के सीएमओ डॉ. बीके राजौरा के निर्देश पर संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान डिप्टी सीएमओ डॉ. गजराज, एसएमओ खेड़ीकला डॉ. हरविंदर, पलवल टीम के डॉ. जेपी प्रसाद, डॉ. सुधीप सैनी, डॉ. संतोष एवं पलवल ड्रग कन्ट्रोलर कृष्ण कुमार गर्ग भी शामिल रहे। डॉ. गजराज ने बताया कि पलवल टीम को दो-तीन दिन पहले ओम अस्पताल में अवैध रूप से गर्भपात करने की सूचना मिली थी। इस पर स्वास्थ्य अधिकारियों की देखरेख में एक सर्च अभियान चलाया और छापेमार कार्रवाई की।
उन्होंने एक फर्जी मरीज को गर्भपात कराने के लिए अस्पताल भेजा। फर्जी मरीज से ओम अस्पताल के मालिक हरेन्द्र सिंह ने गर्भपात करने का 6000 रुपए में सौदा तय किया। इसके बाद इशारा पाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस बल के साथ अस्पताल पर रेड कर दी। इस दौरान वहां स्टाफ नर्स श्वेता और मालिक हरेन्द्र सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार कर गर्भपात के लिए दी गई राशि बरामद कर ली। डिप्टी सीएमओ डॉ. गजराज ने बताया कि अस्पताल के मेडिकल स्टोर से बड़ी संख्या में अवैध गर्भपात की अंग्रेजी दवाइयों के साथ समस्त रिकॉर्ड जब्त किया है।
रिकॉर्ड में यह भी पता चला है कि गर्भपात के लिए एडवांस बुकिंग की जाती थी। यहां रजिस्टर में आधा दर्जन मरीजों के मोबाइल नम्बर व फोन नम्बर भी मिले हैं। टीम ने इसे पुलिस को सौंप दिया है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि ओम अस्पताल से फरीदाबाद और पलवल के कई नामी डॉक्टर जुड़े हुए थे, जो अपने मरीजों को गर्भपात के लिए यहां भेजते थे। पुलिस इनकी जांच करेगी और जो तथ्य सामने आएंगे उनके मुताबिक कार्रवाई होगी।