सोनभद्र । चार निजी अस्पताल व तीन पैथोलॉजी सीज करने का मामला प्रकाश में आया है। स्वास्थ्य विभाग ने अवैध रूप से संचालित एक अन्य हॉस्पिटल का ओटी सीज कर नोटिस जारी किया है। इस कार्रवाई से अस्पताल संचालकों में हडक़ंप मचा हुआ है।

यह है मामला

प्राइवेट चिकित्सालयों के नोडल अधिकारी डॉ. गुलाब शंकर यादव की अगुवाई वाली टीम ने निजी अस्पतालों में जांच अभियान चलाया। टीम ने संबंधित अस्पतालों के पंजीकरण/नवीनीकरण फाइलों की जांच की। जांच में पता चला कि लोढ़ी स्थित आरटीओ कार्यालय के पास संचालित तृषा हॉस्पिटल में संचालित ओटी में मानकों की अनदेखी की गई थी।

इसके चलते ओटी को बंद कराते हुए चेतावनी और किसी भी प्रकार का सर्जिकल कार्य करने पर रोक लगा दी। इसके बाद टीम परमहंस हॉस्पिटल उरमौरा पहुंची। निरीक्षण के दौरान दर्शाए गए चिकित्सकों में एक भी चिकित्सक मौके पर मौजूद नहीं मिला। यहां भी ओटी और ओपीडी सेवाओं को बंद करा दिया और हॉस्पिटल बंद करने की चेतावनी देते हुए नोटिस सौंपा गया है।

श्याम हॉस्पिटल में नहीं मिले चिकित्सक

टीम ने राबटर्सगंज कस्बे में स्थित श्याम हॉस्पिटल पर दबिश दी। निरीक्षण के समय नवीनीकरण के लिए प्राप्त पत्रावली पूर्ण नहीं मिली। उसमे दर्शाए गए चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ में से भी कोई मौके पर नहीं था। इस कारण हॉस्पिटल को सील कर दिया गया।

दुर्गा पॉली हॉस्पिटल का लाइसेंस कैंसिल

महिला थाने के सामने स्थित दुर्गा पॉली हॉस्पिटल में भी नवीनीकरण की फाइल पूर्ण नहीं मिली। दर्शाए गए चिकित्सक-पैरामेडिकल स्टाफ यहां भी नहीं मिला। इस पर हॉस्पिटल को सील करते हुए नवीनीकरण आवेदन कैंसल कर दिया गया। हॉस्पिटल संचालन बंद करने की नोटिस जारी की गई। बसस्टैंड के पास स्थित संकेत हॉस्पिटल का भी यही हाल मिला। अस्पताल को सीज कर नवीनीकरण आवेदन कैंसिल कर दिया गया है।

अवैध पैथालाजी पर लगाया ताला

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने करमा क्षेत्र में संचालित अंश पैथोलाजी, केयर पैथोलाजी और विशाल पैथालाजी का भी निरीक्षण किया । ये सभी अवैध रूप से संचालित पाए गए। नोडल डॉक्टर गुलाब शंकर यादव ने बताया कि उपरोक्त तीनों पैथोलाजी सील कर दी गई हैं। इनके संचालकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।