कुसमुंडा, कोरबा (छग)। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कुसमुंडा के नरईबोध में बिना लाइसेंस और डिग्री के लोगों का इलाज कर दवाएं देने वाले फर्जी डाक्टर के अवैध क्लीनिक पर छापामार कार्रवाई की। छापामारी की भनक पहले से ही मिल जाने पर आरोपी पुन्नीलाल यादव मौके से फरार हो गया। पता चला कि छज्ञपामारी के दौरान क्लीनिक में इलाज कराने पहुंचे मरीजों को ऊपर के कमरे में बंद कर दिया गया था। इस अवैध क्लीनिक को अस्पताल की तरह बनाकर रखा गया था। जबकि उसके पास लोगों का इलाज करने के लिए कोई भी चिकित्सकीय डिग्री नहीं है। लोगों के स्वास्थ्य की जांच के साथ वह दवाइयां भी खुद उपलब्ध करा रहा था।
बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग के अमले ने जिस क्लीनिक में छापामार कार्रवाई की वहां पहले भी इस तरह की कार्रवाई हो चुकी है। इसके बाद भी झोलाछाप लगातार मरीजों के जीवन से खिलवाड़ करने में लगा है। टीम ने आरोपी की पत्नी से अवैध रूप से क्लीनिक चलाने और दवाइयों के भंडारण को लेकर पूछताछ की तो वह गोलमोल जवाब देती रही। इस दौरान क्लीनिक में इलाज कराने आए मरीजों से भी टीम ने पूछताछ की।
इस बारे में चिकित्सा अधिकारी रुद्रपाल सिंह ने बताया कि हमें अवैध रूप से क्लीनिक संचालन की शिकायत मिली थी। सीएमएचओ के निर्देश पर छापामार कार्रवाई की गई है। इस दौरान पाया गया कि यहां अवैध क्लीनिक का संचालन और मरीजों का इलाज किया जा रहा था। मौके से दवाएं व सामान जब्त कर कार्रवाई की जा रही है।