नई दिल्ली। जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर में कैंसर पैदा करने वाला तत्व एस्बेस्टस होने के आरोपों की जांच शुरू हो गई है। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) ने हिमाचल प्रदेश में स्थित कंपनी के बद्दी प्लांट से सैंपल लिए। सीडीएससीओ का कहना है कि अगले 4-5 दिन में देशभर में कई क्षेत्रों में जॉनसन एंड जॉनसन के प्लांट और डिस्ट्रीब्यूटर से बेबी पाउडर के सैंपल लिए जाएंगे। पाउडर बनाने में इस्तेमाल रॉ मैटेरियल के भी सैंपल लिए जाएंगे। जानकारी अनुसार सौ ड्रग इंस्पेक्टर की टीम को जॉनसन बेबी पाउडर की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके चलते अमेरिकी शेयर बाजार में जॉनसन एंड जॉनसन के शेयर में भारी गिरावट आई। इससे कंपनी का मार्केट कैप 40 अरब डॉलर घट गया।
उधर, कंपनी ने अपने प्रॉडक्ट सेफ होने का दावा करते हुए कहा कि बेबी पाउडर एस्बेस्टस फ्री और सुरक्षित है। एक लाख महिला और पुरुषों पर पाउडर के असर का अध्ययन किया गया है। इससे कैंसर या एस्बेस्टस से जुड़ी बीमारियां नहीं होती। कंपनी ने केंद्रीय और राज्य के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़े कई अधिकारियों के दौरे की बात मानी है। जॉनसन एंड जॉनसन ने अपने बयान में कहा कि वह बाजार से 5 अरब डॉलर का स्टॉक वापस लेगी। सीडीएससीओ के अधिकारी के अनुसार 2 साल पहले भी जॉनसन एंड जॉनसन के पाउडर की जांच की गई थी। उस वक्त वह भारतीय मानकों के अनुरूप पाया गया। इस साल की शुरुआत में अमेरिकी अदालत ने जॉनसन एंड जॉनसन को आदेश दिया कि वह 22 महिलाओं को 4.69 अरब डॉलर का हर्जाना चुकाए। उन महिलाओं ने दावा किया था कि कंपनी के बेबी पाउडर समेत दूसरे टैल्कम प्रोडक्ट्स में एस्बेस्टस था। इस वजह से उन्हें गर्भाशय का कैंसर हो गया।