मेरठ। मेरठ के पल्लवपुरम थाना क्षेत्र में कोरोना मरीजों का गुपचुप तरीके से इलाज कर रहे झोलाछाप की क्लीनिक और घर पर एसीएमओ के नेतृत्व में आई टीम ने पुलिस के साथ मिलकर छापा मारा। मौजूद मरीजों में अफरा-तफरी मच गई। टीम को देखते ही मरीज वहां से निकल गए। टीम ने उसकी डिग्री मांगी तो वह बगले झांकने लगा। जिसके बाद एसीएमओ की तहरीर पर पुलिस ने झोलाझाप के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पुलिस के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जनता कालोनी में गौतम राय के क्लीनिक पर छापा मारा। टीम और पुलिस को देखते ही सभी के होश उड़ गए।

एसीएमओ ने गौतम राय से चिकित्सक की डिग्री दिखाने को कहा, जिसके बाद वह हाथ जोड़कर माफी मांगने लगा। एसओ ने कहा कि एसीएमओ की तहरीर पर झोलाझाप के खिलाफ केस दर्ज कर क्लीनिक बंद करा दी। साथ ही क्षेत्रवासियों का कहना है कि पल्लवपुरम, मोदीपुरम, रूड़की रोड क्षेत्र में एक नहीं कई झोलाझाप हैं, जो बिना डिग्री के ही लोगों का उपचार कर रहे हैं। कई बार सीएमओ दफ्तर को भी इसकी जानकारी दी गई थी, मगर कुछ नहीं हुआ। पहली बार झोलाझाप के यहां छापे के साथ केस दर्ज हुआ है। बतादे कि पल्लवपुरम थानाध्यक्ष दिग्विजय नाथ शाही ने बताया कि मोदीपुरम स्थित जनता कालोनी निवासी गौतम राय पुत्र देवेंद्र सिंह का मकान के पास ही क्लीनिक है। गौतम राय अपने को डाक्टर बताते हुए काफी समय से क्लीनिक चला रहा था। क्षेत्र के लोगों की भीड़ अक्सर लगती थी। कोरोना मरीजों का भी गुपचुप तरीके से उपचार कर रहा था। इसकी जानकारी सीएमओ दफ्तर को लगी तो वहां से सोमवार को एसीएमओ के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम थाने पहुंची।