पटना (बिहार)। राज्य की सबसे बड़ी दवा मंडी में एक बार फिर दवा माफियाओं का काला खेल उजागर हुआ है। ड्रग्स विभाग की टीम ने छापा मारकर लाखों की दवा जब्त की हैं, साथ ही तीन लोगों को भी हिरासत में लिया है। इस कार्रवाई से दवा मंडी में जहां हडक़ंप मचा है। औषधि विभाग को उम्मीद है कि पूरे रैकेट का भी जल्द खुलासा होगा।
मामला बिना बिल की दवा के क्रय-विक्रय से जुड़ा है। दरअसल बिना बिल की दवा आसानी से दवा मंडी में पहुंचाई जाती थी और करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी का खेल होती थी। ये खुलासा तब हुआ, जब गुप्त सूचना के आधार पर ड्रग्स विभाग की टीम ने जीएम रोड के उदय पैलेस पर दबिश दी। मौके पर लाखों की दवा होलसेल दुकानों में उतारी जा रही थी। यहां कई एजेंसी बिना बिल के ही दवाब खरीद-बिक्री कर रही थी। इसकी सूचना मिलने पर ड्रग्स विभाग की टीम ने छापेमारी की। कूरियर कंपनी की गाड़ी से उतारे गए माल के बाद चालक और कर्मियों की निशानदेही पर उदय पैलेस के पांच होलसेल दुकानदारों के यहां टीम ने छापेमारी शुरू कर दी। इस दौरान सर्दी, खांसी, पेट दर्द समेत कई बीमारियों की दवा बिना बिल के मिले। जिसके बाद 50 से ज्यादा कार्टून दवा को टीम ने जब्त कर लिया और तीन लोगों को हिरासत में ले लिया। ड्रग्स इंस्पेक्टर संदीप ने कहा कि ये सिर्फ टैक्स चोरी का ही नहीं बल्कि आम लोगों की सेहत के साथ भी खिलवाड़ का भी मामला है।
ड्रग्स इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि दिल्ली और उड़ीसा से गोविंद मित्रा रोड में चोरी छिपे लाखों की दवा बिना क्रय-विक्रय की पहुंचती हैं। इसकी जानकारी मिलने पर टीम ने छापेमारी शुरू की। यहां मगध डिस्ट्रीब्यूटर्स, जय माता दी, जय काली इंटर प्राइजेज, एसके डिस्ट्रीब्यूटर्स समेत पांच दुकानों पर बिना बिल की दवा खरीदने का आरोप है। छापेमारी के दौरान कई दुकानदारों के दवाइयों के बिल दिखाने के बाद जहां उन्हें छोड़ दिया गया, वहीं जिन दुकानदारों के यहां बिना बिल की दवा मिली उसे जब्त कर लिया गया। जब्त की दवाइयों को सील कर उसके सैंपल भी लिए गए। वहीं, छापेमारी के बाद कुल साढ़े 3 लाख रुपए की 40 से ज्यादा कार्टून दवा को जब्त किया गया है। सभी सैंपल को लैब भेजा गया है ताकि ये भी पता चल सके कि दवा असली है या नकली।