मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक युवक ने ड्रग इंस्पेक्टर रामलखन पटेल पर ₹40000 रिश्वत लेने का आरोप लगाया। इसके बाद युवक वहां हंगामा करने लगा।

युवक का आरोप है कि वह 2020 से 21 में फार्मेसी कर चुका है। 6 महीने पहले उसे मेडिकल लाइसेंस के लिए आवेदन किया था, लेकिन ड्रग इंस्पेक्टर उसका लाइसेंस नहीं बना रहे हैं। उससे ₹40000 की रिश्वत मांगी जा रही है और ना देने पर उसका काम नहीं किया जा रहा है।

आवेदक ने अपना नाम अरविंद उपाध्याय बताया है। उसने कहा कि 15 जुलाई 2022 को मेडिकल लाइसेंस के लिए छतरपुर की ड्रग डिपार्टमेंट में उसने आवेदन किया था। सभी जरूरी दस्तावेज देने के बाद भी जब उसका लाइसेंस नहीं बना तो, उसने ड्रग इंस्पेक्टर राम लखन पटेल से मुलाकात की और जल्दी ही लाइसेंस बनवाने के एवज में इंस्पेक्टर द्वारा ₹40000 मांगने का आरोप लगाया।

इस मामले में ड्रग इंस्पेक्टर राम लखन ने कहा कि आवेदक के द्वारा जरूरी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए हैं इसलिए उसका लाइसेंस नहीं बन पा रहा है। रिश्वत की मांग का आरोप बेबुनियाद है।

इस मामले में छतरपुर कलेक्टर संदीप जीआर ने कहा कि जनसुनवाई में इंस्पेक्टर द्वारा लाइसेंस बनाने के एवज में रिश्वत मांगने की शिकायत सामने आई है। उसकी जांच कराई जाएगी आरोप सही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।