मथुरा। मथुरा के चौमुंहा में ड्रग विभाग ने राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे मेंडेस हेल्थकेयर फार्मा मेडिकल कंपनी पर छापा मारकर भारी मात्रा में नकली दवाएं जब्त की हैं। फैक्टरी में दवाएं बनाने वाली मशीनें भी मिली हैं। दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जबकि पांच लोगों से पूछताछ की जा रही है। इस दौरान ड्रग विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की टीम भी मौजूद रही। बताया जा रहा है कि नेशनल हाईवे स्थित चौमुंहां के समीप दवाएं बनाने की फैक्टरी पिछले कई वर्ष से संचालित हो रही थी।

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस संबंध में मथुरा ड्रग विभाग को शिकायत भी की गई थी, इस शिकायत पर कुछ अधिकारियों ने यहां निरीक्षण भी किया, लेकिन कार्रवाई नहीं की। तो वहीं ड्रग इंस्पेक्टर मथुरा अनिल आनंद ने बताया कि लाइसेंस मीनू शर्मा के नाम पर जारी किया गया। जबकि उसके भतीजे सौरभ शर्मा द्वारा दवाओं की अवैध कंपनी को चलाया जा रहा था। मौके पर पहुंच कर आगरा, अलीगढ़, मेरठ व मुरादाबाद मंडल की टीम ने संयुक्त रूप से इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। मौके से ढेर सारी दवाएं और उनके रैपर मिले हैं।

एसीडी अखिलेश जैन के नेतृत्व में ड्रग इंस्पेक्टर अलीगढ़ हेमेंद्र चौधरी, ड्रग इंस्पेक्टर नोएडा वैभव बब्बर, ड्रग इंस्पेक्टर बिजनौर आशुतोष मिश्रा के अलावा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग के डीओ डॉ. गौरी शंकर मौजूद रहे। बतादें कि मेंडेस हेल्थकेयर फार्मा कंपनी पर कार्रवाई करते हुए ड्रग विभाग ने कैल्शियम वाम, एसबी सीरप, टैट्राजिन कलर, विटामिन फोलिस एसिड, आईएसओ पोपिल एल्कोहल सहित करीब आधा दर्जन दवाओं के सैंपल एकत्रित किए। इन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा। दरअसल एसीडी (सहायक आयुक्त औषधि) अलीगढ़ पूरनचंद ने बताया कि फूड्स फैक्टरी की आड़ में नकली दवाओं का गोरखधंधा यहां चल रहा था। सूचना के आधार पर सोमवार को आगरा में तीन स्थानों पर छापा मारा गया, जिसमें मुंबई की एक कंपनी का निर्माणशाला का रैपर मिला था। उसी क्रम में सूचना के आधार पर मथुरा में सोमवार को कार्रवाई की गई है। काफी दवाएं नकली भी हैं।