नई दिल्ली: देश के आखिरी छोर तक हर व्यक्ति को बेहतर चिकित्सा-शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार ने विश्व बैंक से सहयोग मांगा है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि विश्व बैंक को शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे सामाजिक क्षेत्रों और खेती के विकास में भूमिका निभानी चाहिए। तीनों क्षेत्रों का आपस में गहरा जुड़ाव है।
भारत दौरे पर आए विश्व बैंक के नौ कार्यकारी निदेशकों के साथ बैठक में जेटली ने कहा कि विश्व बैंक को भारत में सामाजिक क्षेत्र के विकास में अधिक परियोजनाएं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक को कृषि विकास, लघु उद्योग, हस्तशिल्प, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों के विकास में अधिक भूमिका निभानी चाहिए।
वित्त मंत्री का यह आग्रह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि फिलहाल विश्व बैंक का जोर ढांचागत सुविधाओं में अधिक रहता है। किसी भी देश की तरक्की में स्वास्थ्य और शिक्षा का बड़ा योगदान होता है। मौजूदा सरकार भी भली भांति यह बात जानती है, कि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में अभी बहुत सुधार की गुंजाइश है। योगा को बढ़ावा देने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय पहल की है, ताकि बढ़ती बीमारियों को शुरुआती स्तर पर ही रोका जा सके।