गुरुग्राम/अंबाला, बृजेंद्र मल्होत्रा। गुरुग्राम में एक व्यापारी थर्मल स्कैनर थर्मामीटर चाइना से मंगवा कर उसे ब्लैक में बेचकर मोटी रकम कमाना चाहता था परंतु मामला जानकारी में आते ही ड्रग कंट्रोल ऑफिसर अमनदीप चौहान ने अपने सूचना तंत्र को एक्टिव कर दिया। तीन दिन की मशक्कत के पश्चात इस सर्जिकल आइटम के एक्सपोर्टर के यहां देर रात एफडीए मुख्यालय व स्थानीय प्रशासन से हरी झंडी मिलने के पश्चात अपने घेरे को और एक्टिव कर दिया जिसके परिणाम स्वरूप एक्सपोर्टर के पास रखे थर्मल स्केनर थर्मामीटर के भंडार को विभाग के कमिश्नर एफडीए डॉ. साकेत कुमार के संज्ञान, राज्य औषधि नियंत्रक नरेंद्र आहूजा के माध्यम से सारी बात ला दी। आगे की कार्रवाई करने के लिए राज्य औषधि नियंत्रक नरेंद्र अहूजा के निर्देशों पर सहायक राज्य औषधि नियंत्रक ललित गोयल ने पूरे मामले पर अपनी पैनी नजर बनाए रखी तथा 6419 थर्मल स्केनर थर्मामीटर उस एक्सपोर्टर से खरीदी मूल्य पर एक थोक दवा विक्रेता लाइसेंस पर सर्जिकल उत्पादों का काम करने वाले होलसेलर के माध्यम से औषधि प्रशासन मुख्यालय के नाम थर्मल स्केनर थर्मामीटर खरीद लिए। इनका उपयोग पूरे राज्य में सिविल अस्पतालों में तैनात डॉक्टरों व अन्य सेंसेटिव भवनों में आने-जाने वाले बाहरी व्यक्तियों व कर्मचारियों पर प्राथमिक जांच के रूप में इनका उपयोग किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि थर्मल स्केनर थर्मामीटर जिसका थोक मूल्य 700 रुपए एवं जीएसटी है, इन दिनों बाजार में 8,000 से 10,000 रुपए तक खुले बाजार में होलसेलरों द्वारा दिया जा रहा है जिसे रिटेलर भी अपना मुनाफा रखकर ग्राहकों को देते हैं । एक्सपोर्टर द्वारा मौके पर एक्सपोर्ट लाइसेंस चाइना से खरीदे गए इन थर्मल स्कैनर थर्मामीटर के बिल व जीएसटी के सभी प्रमाण विभागीय अधिकारियों को सौंपी। इस स्टॉक की पूर्ण पुष्टि होने पर कि यह उत्पाद असली है, ड्रग्स कन्ट्रोल ऑफिसर अमनदीप चौहान के मशवरे पर एक्सपोर्टर के पास जब जायज़ माध्यम से उत्पाद मंगवाए और जायज़ रेट पर ही बेचना चाहते हैं तो सरकार औषधि प्रशासन के माध्यम से खरीदना चाहती है, एस समय एक्सपोर्टर की स्थिति विहंगम हो गई। मुनाफा देखे तो विभाग सजा दिलवाएगा, ऐसे में सामान भी जाएगा और सजा भी मिलेगी। उसने मुनाफा गंवाकर ही अपनी साख बचाने का निर्णय लिया।