जालंधर। नशा छुड़ाओ केंद्रों की मनमानी रोकने के लिए सेहत विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सेहत विभाग ने बूर्फीनोरफिन के दाम कम करने के बाद नशा छुड़ाओ केंद्रों पर रेट डिस्प्ले करने के आदेश दिए है। विभाग के आदेश के बाद निजी नशा छुड़ाओ केंद्रों के डॉक्टरों में अफरा-तफरी का माहौल है।
सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला ने बताया कि सेहत विभाग की डायरेक्टर डॉ. अवनीत कौर की ओर से मरीजों से मनमानी फीस वसूलने के मामले रोकने के लिए पुख्ता कदम उठाए गए है। निजी नशा छुड़ाओ केंद्रों को ओपीडी पर्ची फीस, मनोचिकित्सक की फीस तथा मरीज को दाखिल करने का खर्च सार्वजनिक करने की हिदायत दी है। इस संबंध में जिले के 14 निजी नशे छुड़ाओ केंद्रों को पत्र जारी कर दिया गया है। आदेशों की पालना न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सेहत विभाग ने दो माह पहले निजी नशा छुड़ाओ केंद्रों में बूर्फीनोरफिन के मनमाने दाम वसूलने पर रोक लगाई थी। इसके बाद निजी नशा छुड़ाओ केंद्रों ने दवा का घाटा पूरा करने के लिए ओपीडी पर्ची, मनोचिकित्सक की फीस तथा मरीज को दाखिल करने का खर्च बढ़ा दिया था। अब इस महंगे इलाज से लोगों को निजात दिलाने के लिए सेहत विभाग ने यह आदेश दिया।