अनूपपुर। दवाई और उपकरण खरीद घोटाले में 13 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बता दें कि जिला स्वास्थ्य विभाग ने 2019 से 2022 के बीच कई चिकित्सा उपकरणों की खरीदी की थी। इनके टेंडर प्रक्रिया और खरीदी मूल्य में करोड़ों रुपये की गड़बड़ी सामने आई।
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की जांच रिपोर्ट के आधार पर चार साल बाद प्रकरण दर्ज किया। इस मामले में तत्कालीन सीएचएमओ और अपर कलेक्टर, वर्तमान सिविल सर्जन, स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ तत्कालीन स्टोर कीपर, लेखापाल सहित वर्तमान में कार्यरत तीन डॉक्टरों, पांच खरीदी फर्म से जुड़े लोगों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया गया है।
यह है मामला
जानकारी अनुसार अनूपपुर जिला स्वास्थ्य विभाग ने नवंबर 2019 में चिकित्सा उपकरण खरीदी के लिए टेंडर जारी किए थे। तब 5 लोगों ने टेंडर डाले थे। चार की निविदा खोली ही नहीं गई। एक व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए अनुबंध जारी किया गया। करीब 7 करोड़ के इस टेंडर में 5 करोड़ का भुगतान कर भी दिया गया है। दिसंबर 2020 में आर्थिक अपराध शाखा भोपाल में इस मामले की शिकायत हुई।
13 लोगों को बनाया गया आरोपी
जांच के बाद भोपाल ईओडब्ल्यू ने 27 मार्च 2024 को पूरे मामले में शामिल 13 लोगों को आरोपी बनाया। वर्तमान में सिविल सर्जन डॉक्टर एसआर परस्ते ही अनूपपुर में अपनी सेवा दे रहे हैं। आरोपितों की सूची में शामिल अनूपपुर के तत्कालीन एसडीएम बीडी सिंह जो की क्रय समिति के अध्यक्ष थे, की जांच के दौरान मृत्यु हो चुकी है लेकिन एफआईआर में उनका नाम है। तत्कालीन सीएमएचओ बीडी सोनवानी भी दो वर्ष पहले सेवानिवृत्ति हो चुके हैं। इस पूरे मामले में कुल 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है।