वाराणसी। इन दिनों डेंगू के साथ ही मलेरिया और वायरल बुखार ने लोगों को त्रस्त कर रखा है। स्वास्थ्य महकमा उपलब्ध संसाधनों संग मुस्तैद जरूर है, लेकिन मेडिकल कार्पोरेशन की ओर से दवा आपूर्ति व्यवस्था फेल होने से सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित अस्पतालों में मौसमी बीमारियों से जंग की मुहिम प्रभावित हो रही है। स्थिति यह है कि ड्रग एंड वैक्सीन ड्रिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (डीवीडीएमएस) पोर्टल पर आवेदन के बाद 10 से 12 बार रिमांडर भेजने के बाद भी दवा नहीं मिल पा रही है। दवा नहीं मिलने से मरीजों को काफी दिक्कत हो रही हैं।
दवा सहित अन्य खरीद के लिए पहले सीधे तौर पर सीएमओ के पास धनराशि आती थी। बाद में मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन के गठन के बाद प्रक्रिया बदल गई। दवा आपूर्ति के लिए स्वास्थ्य केंद्रों को अब डीवीडीएमएस पोर्टल पर आवेदन करना होता है। उपलब्धता के आधार पर कार्पोरेशन के रामनगर स्थित स्टोर से दवा दी जाती है। मगर इन दिनों दवाओं की लचर आपूर्ति व्यवस्था के चलते सीएचसी-पीएचसी या हास्पिटल की गाड़ियों को अक्सर ही बैरंग लौटना पड़ रहा है। सीएमओ कार्यालय की ओर से 10 से 12 बार रिमाइंडर भेजे गए, लेकिन उसका कोई असर न हुआ। हाल ये है कि गर्भवती महिलाओं को देने के लिए आयरन व कैल्शियम की गोली तक का टोटा हो गया है।