कैमूर। नगर के एक चिकित्सक से दवा की आपूर्ति के नाम पर करीब 20 लाख रुपये ठगी का मामला प्रकाश में आया है। चिकित्सक की पत्नी सविता सिंह ने मोहनियां थाने में ठगी करने वाले के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। जिसके आधार पर स्थानीय थाना पुलिस ने ठगी करने वाले को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने आरोप को स्वीकार किया। इसके बाद पुलिस ने उसे भभुआ जेल भेज दिया। इस संबंध में मोहनियां के थानाध्यक्ष राम कल्याण यादव ने बताया की चिकित्सक अविनाश सिंह की पत्नी सविता सिंह ने राजनाथ प्रसाद ग्राम मोकर थाना अगरेर जिला रोहतास के खिलाफ दवा में ठगी करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसके आलोक में कांड के आइओ प्रमोद कुमार सिंह ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने ठगी करने की बात स्वीकार किया। मेडिकल चेकअप के बाद शनिवार को उसे भभुआ जेल भेज दिया गया।

इस संबंध में डॉ.अविनाश सिंह ने बताया की ग्राम मोकर थाना अगरेर जिला रोहतास निवासी स्व. डोमन भगत का पुत्र राजनाथ प्रसाद सासाराम सनराइज फार्मा व नारायण फार्मा नामक होलसेल दवा की दुकान से दवा लाकर उनके यहां आपूर्ति करता था। तीन वर्षों से वह दवा ला रहा था। दवा लाकर काउंटर पर देता था। बिल पर वहां मौजूद कर्मी से हस्ताक्षर बनवाता था। इसके बाद अधिक कीमत वाले नकली बिल पर फर्जी हस्ताक्षर बनाकर ऊपर में उनकी पत्नी के पास ले जाता था। जहां से पैसा मिल जाता था। तीन वर्षों से यह राजनाथ ऐसा कर रहा था। गत वर्ष उसने अस्पताल में छह लाख 35 हजार रुपये की दवा आपूर्ति किया। जिसके बदले में नकली बिल से 18 लाख रुपये लिया। दवा दुकानों से जो बिल बनता था उसमें वह जालसाजी कर दवा की कीमत 10 गुना बढ़ा देता था।

एक दिन राजनाथ सासाराम से दवा लाकर दी । जिसमें से एक दवा डॉ अविनाश सिंह ने लौटा दिया। दूसरे दिन जब दवा लाया तो काउंटर पर तैनात कर्मी ने कहा की पिछले दिन जो दवा लौटाई गई है उसकी कीमत बिल में घटा है कि नहीं। इस पर उसने गलती से नकली बिल दिखा दिया। जिसपर कर्मी ने कहा की यह बिल नहीं है। इस पर मेरा फर्जी हस्ताक्षर है। इसपर राजनाथ 30 हजार रुपये लौटाने लगा। तब संदेह और गहरा हुआ। पूरे एक साल में आपूर्ति की गई दवा और कीमत का मिलान किया गया तो जालसाजी पकड़ी गई। सिर्फ एक साल में जालसाज ने चिकित्सक को 12 लाख का चूना लगाया था।