चंदौली। इलिया के पशु अस्पताल में आने वाले पशुपालकों से दवाओं के बदले पैसे ऐंठने के आरोप में वेटनरी फार्मासिस्ट ओंकार नाथ को निलंबित कर दिया गया है। अस्पताल में निरीक्षण करने आए डीएम नवनीत सिंह चहल को लोगों ने इस संबंध में शिकायत की थी। जब डीएम ने मामले की जांच कराई तो उक्त फार्मासिस्ट दोषी मिला। डीएम के पत्र पर संज्ञान लेते हुए अपर निदेशक पशुपालन डा. एन गहलोत ने ओंकार नाथ को निलंबित कर दिया।
गौरतलब है कि पिछले दिनों डीएम नवनीत सिंह चहल ने इलिया के पशु अस्पताल का निरीक्षण किया था। डीएम के पशु अस्पताल पहुंचने पर ग्रामीणों और पशु पालकों ने आरोप लगाया कि यहां तैनात वेटनरी फार्मासिस्ट ओंकार नाथ दवा देने के बदले पैसे लेता है और प्राय: अस्पताल को बंद करके मौके से गायब भी रहता है। वहीं, कई लोगों ने बताया कि सरकार की ओर से उपलब्ध कराई गई दवाइयां फार्मासिस्ट अन्य लोगों को बेच देता है। इस पर डीएम ने आरोपी फार्मासिस्ट को फटकार लगाने के साथ ही उसे सैयदराजा पशु अस्पताल पर स्थानांतरित करा दिया और कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा था। विभाग द्वारा मामले की जांच कराई गई तो लोगों द्वारा फार्मासिस्ट पर लगाए गए आरोप सही पाए गए। अपर निदेशक पशुपालन डा. एन गहलोत ने वेटनरी फार्मासिस्ट ओंकार नाथ को निलंबित कर दिया। चंदौली के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. एसपी पांडेय ने बताया कि अपर निदेशक पशुपालन डा. एन. गहलोत ने सैयदराजा में तैनात वेटनरी फार्मासिस्ट ओंकार नाथ को निलंबित कर दिया है। पशुपालकों के साथ सही व्यवहार नहीं करने और सरकारी कार्यों में लापरवाही करने के आरोप में शासन स्तर से कार्रवाई हुई है।