शिमला। हिमाचल में दवा के सैंपल फेल होने पर स्वास्थ्य अधिकारी जिम्मेदार होंगे। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन के अक्टूूबर के ड्रग अलर्ट में हिमाचल के फार्मा उद्योगों की 13 दवाओं के सैंपल फेल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अधिकारियों को भी जवाबदेही के दायरे में ला दिया है। स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि हिमाचल के लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। जिन उद्योगों की दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उनको कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए गए हैं। दागी पाए जाने पर उद्योग सील करने के साथ उनके लाइसेंस भी रद्द होंगे। इसके अलावा संबंधित विभाग के ड्रग कंट्रोलर, असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर और इंस्पेक्टर की जवाबदेही भी तय की जाएगी। लापरवाही पाए जाने पर अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। विभाग संबंधित अधिकारियों की निगरानी कर रहा है। इसके अलावा अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली दवाओं की गुणवत्ता और बेहतर हो, इसके लिए सरकार प्रयासरत है। टेंडर प्रक्रिया के दौरान दवा उद्योगों के लिए जीएमपी और और डब्ल्यूएचओ (वल्र्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन) के सर्टिफिकेट की शर्त भी जोड़ी गई है। इससे टेंडर प्रक्रिया में वही कंपनियां भाग ले पाएंगी, जिनकी गुणवत्ता बहुत अच्छी होगी। स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में निवेशकों के साथ हुए एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए जयराम सरकार प्रयासरत है। इन्वेस्टर्स मीट को लेकर कांग्रेस बेवजह बयानबाजी न करे। अच्छे काम के लिए कांग्रेस अगर कोई सलाह देना चाहे तो सरकार उसका स्वागत करेगी।