नई दिल्ली: कोई दवा साइड इफैक्ट करे या दवा का असर न हो तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप तुरंत इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। आपकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई होगी। ज्ञात हो कि लोगों को सुरक्षित और गुणवत्ता से भरपूर दवा मिल सके, इसके लिए केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय सभी जरूरी कदम उठा रहा है। इसी क्रम में दवाओं पर निगरानी रखने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 2010 में फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम चलाया था। इसके लिए इंडियन फार्माकोपिया कमीशन को राष्ट्रीय समन्वय केंद्र बनाया था। देशभर में इंडियन फार्माकोपिया कमीशन ने कुल 250 केंद्र बनाए हैं। यहां से दवाओं की निगरानी की जाती है। फार्माकोविजिलेंस के इन एडीआर (एडवर्स ड्रग्स रिएक्शन) सेंटर्स पर दवाओं के साइड इफेक्ट्स को लेकर निगरानी रखी जाती है।
यहां आप फार्माकोपिया कमीशन के मोबाइल ऐप की वेबसाइट पर जाकर शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा टोल फ्री नंबर 18001803024 पर सुबह 9 बजे से शाम 5.30 बजे तक शिकायत कर सकते हंै। इन शिकायतों का इंडियन फार्माकोपिया कमीशन में विश्लेषण करता है और इस पर बनाई गई अपनी रिपोर्ट ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को भेजता है। अगर शिकायत सही साबित हो जाती है तो दवा कंपनी के खिलाफ कार्रवाई होती है।