अम्बाला, बृजेंद्र मल्होत्रा। बाबा रामदेव की दिव्य फार्मेसी के चूर्ण में ड्रग होने का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस मामले में पहले ही कोर्ट ने बाबा रामदेव सहित 21 अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया हुआ है। इसी बीच अब रामदेव ने एमेज़ॉन कंपनी के साथ मिलकर ड्रग मिले चूर्ण को ऑनलाइन बेचना शुरू कर दिया। ऐसे में अंबाला छावनी निवासी दीपक संधू ने इस मामले को लेकर अंबाला कोर्ट में याचिका दायर की है।
इस याचिका में दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार एमेज़ॉन कंपनी के सीईओ वाशिंगटन निवासी जैफ बेजोस, बेंगलुरु में एमेज़ॉन के मैनेजर अमित अग्रवाल, स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, प्रदेश की मुख्य सचिव कासनी आनंद अरोड़ा, मुख्यमंत्री कार्यालय व अंबाला के उपायुक्त सहित कुल 21 प्रशासनिक अधिकारियों को पार्टी बनाया गया है। इस मामले में अगली सुनवाई जेएनआईसी विनोद कुमार की कोर्ट में 20 अगस्त को होगी। वहीं याचिका दायर होने के बाद दीपक संधू के नाम किसी अज्ञात ने सीएम विंडो पर एक फर्जी शिकायत दे दी। इस कारण उन्होंने मामले की जांच कर कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस महानिदेशक को शिकायत भेजी है। वास्तव में दीपक संधू द्वारा बाबा रामदेव की दिव्य फार्मेसी द्वारा निर्मित चूर्ण खरीदा था। इसे खाने के बाद उनकी तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उन्होंने इस मामले में जांच करवाई तो पता चला कि इस चूर्ण में ड्रग मिला हुआ है। संधू ने मामले में बाबा रामदेव व अन्य कई आला अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर कर दी थी। वह मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है। यह भविष्य के गर्भ में है कि बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, 21 प्रशासनिक अधिकारी तथा एमेजॉन के सीईओ वाशिंगटन से अंबाला कोर्ट में कब पेश होंगे?