नई दिल्ली। नई दवा ईजाद की गई है, जिससे 70 प्रकार के कैंसर में लाभ मिलेगा। इस दवा से न केवल इलाज सस्ता होगा बल्कि यह आसान भी होगा। इस बात का दावा वैज्ञानिकों ने किया है।
बता दें कि जानलेवा रोग कैंसर विश्वभर में मौत के प्रमुख कारकों में से एक है। साल-दर साल इस रोग का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। पुरुषों में फेफड़े-प्रोस्टेट कैंसर तो महिलाओं में स्तन और सर्वाइकल कैंसर के मामले सबसे ज्यादा रिपोर्ट किए जाते रहे हैं। कीमोथेरेपी जैसे इलाज महंगे होने के साथ कष्टदायक भी है। वैज्ञानिकों को इस दिशा में बड़ी सफलता मिली है। शोधकर्ताओं की टीम ने नई दवा विकसित की है। इस नई दवा की मदद से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद मिल सकती है।
ओरल कोमोथेरेपी के रूप में मददगार
बताया गया है कि यह दवा ओरल कोमोथेरेपी के रूप में कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मददगार साबित हो सकती है। इससे शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस एक गोली से घंटों की कोमीथेरेपी और उसके दर्द को कम किया जा सकता है। ये लक्षित रूप से सिर्फ उन्हीं कोशिकाओं को नष्ट करती है, जिनमें कैंसर विकसित हो रहा है। फिलहाल दवा का अध्ययन केवल जानवरों और प्रयोगशाला प्रयोगों में किया गया है। अभी तक इसका इसका कोई दुष्प्रभाव सामने नहीं आया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है ये दवा कैंसर कोशिकाओं के शरीर में चक्र को तोडऩे का काम करती है। इस नई दवा से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने और अन्य कैंसर उपचारों की प्रभावशीलता को बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है।
कैलिफोर्निया कैंसर सेंटर सिटी ऑफ होप द्वारा किए गए इस अध्ययन के बारे में प्रमुख शोधकर्ता का कहना है कि ये दवा कैंसर के उपचार में संभावित रूप से काफी मददगार हो सकती है। अब तक के अध्ययन में, स्तन कैंसर, स्मॉल सेल्स वाले फेफड़ों के कैंसर और न्यूरोब्लास्टोमा नामक तंत्रिका
70 प्रकार के कैंसर में दिखा दवा का असर
कोशिकाओं में शुरू होने वाले कैंसर में इसे काफी प्रभावकारी पाया गया है। शोधकर्ताओं ने 70 प्रकार के कैंसर पर इस दवा के प्रभावों की जांच की है। इसमें से अधिकतर में इसके असरदार परिणाम देखे गए हैं। कैंसर के कारण उत्पन्न ट्यूमर वाले चूहों में इस दवा ने कैंसर कोशिकाओं को प्रभावी ढंग से कम किया है।