भावनगर। नकली कॉस्मेटिक उत्पाद बेचने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन को एक गुप्त सूचना मिली थी। सूचना के तहत कार्रवाई करते हुए भावनगर में एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।
यहां अवैध रूप से विभिन्न कॉस्मेटिक साबुन बनाए जा रहे थे और उन्हें वेबसाइटों के साथ-साथ अमेज़ॅन पर ऑनलाइन बेचा जा रहा था। खाद्य एवं औषधि प्रशासन आयुक्त डॉ. एच.जी. कोशिया ने बताया कि संदिग्ध सौंदर्य प्रसाधनों के चार सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। मौके से करीब 60 हजार रुपये कीमत के सौंदर्य प्रसाधन जब्त कर लिए गए हैं।
यह है मामला
गांधीनगर ड्रग्स टीम और भावनगर ड्रग्स टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। प्लॉट नंबर 81, मेघदुत सोसाइटी, भावनगर में एक आवासीय भवन की दूसरी मंजिल पर निलोफरबेन सादिकभाई खद्रानी, बिना लाइसेंस के साबुन बना रहे थे। यहां नकली लाइसेंस संख्या जीजे/05/0034175 का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसे प्रशासन द्वारा जारी नहीं किया गया था।
इस उत्पादन के लिए, उन्होंने घरेलू सामान जैसे इंडक्शन स्टोव, पैन, चम्मच, कच्चा माल, विभिन्न स्वाद, विभिन्न सांचे, फ्ऱीज़, आयुर्वेदिक मिश्रण पाउडर, 120 किलोग्राम कच्चा माल और प्रबल ब्रांड के पीतल के सिक्के, विभिन्न चित्रों के साथ मुद्रित कार्टन का उपयोग किया। सामग्री को आगे की कार्रवाई के लिए जब्त कर लिया गया है।
अधिकारियों ने विभिन्न ब्रांडों के लगभग 1800 साबुन भी जब्त किए हैं। इनकी कीमत करीब 3.50 लाख आंकी गई है। जांच से पता चला कि प्लॉट नंबर 1210, एबीसी, स्वास्तिक सोसाइटी, भावनगर में स्थित सूर्यतनया इनोवेशन एलएलपी, इन साबुनों को अपनी वेबसाइट के साथ-साथ अमेज़ॅन के माध्यम से ऑनलाइन बेच रहा था।
इस फर्म के माध्यम से अधिकांश बिक्री दिलीपभाई अमृतलाल मेहता की दवा एजेंसी एपेक्स फार्मा के माध्यम से की गई थी। यह उत्पादों को बेचती और वितरित करती थी। एजेंसी पर छापे के दौरान कुल चार सैंपल लेकर जांच के लिए वडोदरा प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। मौके से करीब 20 हजार की सामग्री को जब्त किया है। फिलहाल मामले की गहन जांच की जा रही है।