लखनऊ (उप्र)। सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने औषधि अनुभाग के काम-काज की समीक्षा करते हुए कहा कि मेडिकल स्टोरों, औषधि निर्माणशालाओं और ब्लड बैंकों की लगातार मॉनिटरिंग करें। नकली या घटिया दवाओं की बिक्री किसी भी हाल में न हो। मिलावटखोरों के खिलाफ की गई कार्रवाई की मासिक रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी जाए। मेडिकल स्टोर्स व ड्रग निर्माताओं से एफिडेविट लिया जाए कि वे घटिया व नकली दवाइएं नहीं बेचेंगे। दवाओं के दाम बेतहााशा बढ़ाए जाने की भी मॉनीटरिंग की जाए। योगी ने अपने आवास पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के कार्यों की समीक्षा की। योगी ने अफसरों से कहा है कि मिलावट के मामलों को जिला मॉनिटरिंग कमिटी के समक्ष रखा जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लें। जुर्माने की राशि को भी बढ़ाएं। खाद्य पदार्थों के संकलित नमूनों की रिपोर्ट एक हफ्ते में अवश्य दे दी जाए। जन स्वास्थ्य से किसी को खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा, ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि खाद्य व्यापार से जुड़े व्यापारियों को लाइसेंस देने की प्रक्रिया को सरल बनाएं। एक बार आवेदन लेने के बाद सभी औपारिकताएं व आपत्तियां जल्द दूर कर ली जाएं। सीएम ने कहा कि जिलों में निरंतर अभियान चलाकर खाद्य सामग्री के नमूने संकलित करें। मसालों, खाद्य तेलों, दालों के साथ-साथ सब्जियों में मिलावट की जांच करते हुए मामला सामने आने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मंडल स्तर के अधिकारी भी जिलों का दौरा करें। मंडल स्तर पर तीन महीने में खाद्य सुरक्षा प्रयोगशालाएं स्थापित हो जाएं। बैठक के दौरान प्रमुख सचिव खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन निवेदिता शुक्ला वर्मा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल सहित अन्य अफसर मौजूद थे।