अंबाला। देश इन दिनों कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है। ऐसी आपदा को नापाक मंसूबे रखने वाले इंसानियत के दरिंदे अवसर में बदलने में लगे हुए हैं। हरियाणा में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बना कर उन्हें बाजारों में बेचकर लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ करने वाले बड़े गिरोह का अंबाला पुलिस ने पर्दाफाश किया है। दरअसल, 21 अप्रैल को दर्ज हुए मुकदमे में पुलिस ने 24 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए थे, जो मेडिकल जांच में नकली पाए गए। पुलिस ने 21 अप्रैल से लेकर अब तक 423 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए हैं, जिसमें से 24 इंजेक्शन मेडिकल जांच में नकली साबित हो चुके हैं। वहीं अन्य इंजेक्शन की रिपोर्ट का पुलिस को इंतजार है। पुलिस ने इस गोरखधंधे में शामिल इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी के मालिक सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
अंबाला छावनी के डीएसपी रामकुमार ने बताया कि 21 अप्रैल को दर्ज हुए मुकदमे में पुलिस ने 24 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किये थे, जो मेडिकल जांच में नकली पाए गए। जिसके बाद अंबाला पुलिस एक्शन मोड में आ गई और पकड़े गए लोगों से पूछताछ के बाद जगह जगह छापेमारी कर 399 और इंजेक्शन बरामद किए। बाद में पकड़े गए 399 इंजेक्शन असली हैं या नकली इसकी रिपोर्ट आनी बाकी है।
हालांकि पुलिस को इस बात की पूरी उम्मीद है कि ये इंजेक्शन भी नकली ही साबित होंगे, क्योंकि इन पर कोई लेबल नहीं था। डीएसपी ने बताया कि इंसानी जिंदगियों को मौत के मुंह में धकेलने वाले गिरोह के कुल 11 लोग अब तक पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं, जिसमें आज पुलिस ने नकली इंजेक्शन बना रही कंपनी के मालिक को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा।