गाजियाबाद। नकली सेनिटाइजर बनाने वाली फैक्ट्री पकड़े जाने का मामला सामने आया है। जिला औषधि विभाग ने छापामार कार्रवाई कर छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इनमें से चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मालिक समेत दो फरार हैं। मौके से करीब 10 लाख रुपये का माल बरामद किया गया है।
जानकारी अनुसार शाहपुर बम्हैटा में मानसरोवर पार्क के पीछे एक मकान में फैक्ट्री चल रही थी। ड्रग इंस्पेक्टर पूरन चंद, अनुरोध कुमार और बागपत के ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने कविनगर पुलिस के साथ शाम को फैक्ट्री पर रेड डाली। ड्रग इंस्पेक्टर पूरन चंद ने बताया कि फैक्ट्री को बम्हैटा निवासी वीरेंद्र कुमार चला रहा था। मौके पर 1500 लीटर लिक्विड अधिकारियों ने बरामद किया है। इसमें स्प्रिट व सेनिटाइजर बनाने के लिए अन्य लिक्विड बरामद किया गया। सेनिटाइजर की पांच हजार खाली बोतलें, ढाई हजार भरी बोतलें, कार्टून, छोटा हाथी (वाहन) सहित सेनिटाइजर बनाने के लिए लगी मशीनों को बरामद किया है। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि करीब 10 लाख रुपये का माल बरामद किया है। मामले में वीरेंद्र कुमार सिंह, अतुल कुमार, विवेक कुमार, विकास कुमार, रणपाल सिंह और सुनील के खिलाफ कविनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस ने अतुल, विवेक, विकास और सुनील को गिरफ्तार कर लिया है। ये चारों फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी हैं। जबकि फैक्ट्री मालिक वीरेंद्र कुमार सिंह और रणपाल सिंह फरार हैं।
गौरतलब है कि फैक्ट्री में बरामद सेनिटाइजर ओरटम कंपनी के नाम से तैयार होकर बाजारों में भेजा जा रहा था। ड्रग इंस्पेक्टर पूरन चंद ने बताया कि पांच दिन पहले सेनिटाइजर का सैंपल लिया गया था। प्रथम दृष्टया यह सैंपल फेल पाया गया। विभाग के ही एक व्यक्ति को मौके पर खरीदार बनाकर भेजा गया। बातचीत में नकली सेनिटाइजर बनाने का खुलासा हुआ। कंफर्म होने पर विभागीय अधिकारियों ने जिलाधिकारी के निर्देश पर फैक्ट्री पर कार्रवाई की।