गुरुग्राम। शहर में नशीली व गर्भपात की दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने के लिए औषधि नियंत्रण विभाग ने दवा की 6 दुकानों पर छापा मारा। इसमें 2 दुकानों पर नशीली व गर्भपात की दवाएं बरामद कीं, जबकि एक दुकान पर खामी पाई गई है। इसके साथ ही टीम ने हुडा सिटी सेंटर से एक व्यक्ति को प्रतिबंधित दवा के साथ काबू किया है। आरोपी के पास से 5 लाख रुपये कीमत के 12 इंजेक्शन बरामद किए हैं। जिला औषधि नियंत्रक अधिकारी अमनदीप चौहान ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गांव वजीराबाद व कन्हई में कुछ दवा दुकानदार नशीली दवाओं की बिक्री कर रहे हैं। इसके साथ ही गर्भपात करने वाली एमटीपी किट की भी खुलेआम बिक्री हो रही है। इस पर उन्होंने टीम बनाकर छापेमारी की। इस दौरान 6 दुकानों पर जांच की गई। मैसर्स आरती मेडिकोज पर भारी मात्रा में नशीली दवाओं सहित एमटीपी किट बरामद की गई। दुकान से फार्मासिस्ट भी नदारद था। टीम ने दवाएं कब्जे में लेकर दुकान सील कर दी। इसके साथ ही मैसर्स लोकेश मैडिकोस से भी टीम को नशीली दवाएं व एमटीपी किट मिली। यहां से भी फार्मासिस्ट नदारद था। इस दुकान को भी टीम ने सील कर दिया। वहीं मैसर्स नेशनल मेडिकॉज व सीता मेडिकल स्टोर पर खामियां पाए जाने पर उन्हें नोटिस दिया गया है।
छापामार टीम ने सूचना के आधार पर भूपेंद्र सिंह को ऑप्डिवो के 12 इंजेक्शन के साथ पकड़ा है। वह इन इंजेक्शन को दिल्ली से गुरुग्राम लेकर आया था। आरोपी के पास इंजेक्शन से संबंधित कोई खरीद या बिक्री बिल नहीं मिला। अधिकारियों के मुताबिक, ऑप्डिवो कंपनी को भारत में उत्पाद बेचने की अनुमति नहीं है। इस पर इंजेक्शन को लैब में भेज दिया गया है। आरोपी को काबू कर इस पर कार्रवाई की जा रही है।
जिला औषधि नियंत्रण अधिकारी अमनदीप चौहान ने बताया कि सूचना के आधार पर टीम ने रेवाड़ी में भी छापा मारा। सूचना मिली थी कि अनेक दवा विक्रेता रेवाड़ी में करीब 6 रुपये में बेचे जाने वाला पेंटाजोसिन इंजेक्शन 7 हजार रुपये में बेच रहे हैं।