पटना (बिहार)। नशीले इंजेक्शन की स्कूूल-कॉलेज में सप्लाई होने का मामला सामने आया है। इस मामले में चार स्टूडेंट अरेस्ट किए गए हैं। पुलिस ने यह कार्रवाई दीघा थाना क्षेत्र में की है।

गौरतलब है कि बिहार राज्य में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद अन्य नशों का चलन परवान पर है। रोजाना नशे की धरपकड़ की जा रही है। इसी क्रम में राजधानी पटना में गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने नशे के इंजेक्शन और नशीली दवा की खेप बरामद की है। इसके साथ चार लडक़ों को भी गिरफ्तार किया है।

नशीले इंजेक्शन की खेप बरामद

जानकारी के अनुसार, दीघा इलाके में पुलिस व ड्रग विभाग की टीम ने नशीले इंजेक्शन की खेप को बरामद किया है। इस मामले में चार छात्रों को भी गिरफ्तार किया गया है। ये चारों आरोपी 19-20 की उम्र के हंै। पकड़े गये युवकों में अमन कुमार, सुजीत कुमार, सुमित कुमार व रोहित कुमार शामिल हैं।

चारों आरोपी दीघा इलाके के रहने वाले

ये चारों दीघा इलाके के रहने वाले हैं। इस मामले में तीन और युवकों विशाल यादव, कारू व रौनी पासवान का नाम भी सामने आया है। आरोपी छात्रों के पास से डुप्रीनोरफिन दवा की 690 वायल, एविल की 670 वायल बरामद की गयी हैं। इनकी कीमत करीब 25 हजार रुपये के आसपास है।

डुप्रीनोरफिन का इस्तेमाल नशे के लिए

नशीले इंजेक्शन

छापामार टीम जिला औषधि नियंत्रक डॉ सच्चिदानंद विक्रांत के नेतृत्व में गठित की गयी थी। जांच में पता चला कि डुप्रीनोरफिन का इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है। मुख्य रूप से डुप्रीनोरफिन दवा का इंजेक्शन नशेड़ी लेते हैं। अगर यह रिएक्शन करता है तब वे एविल का इंजेक्शन ले लेते हैं। धंधेबाज करीब सौ रुपये में एक इंजेक्शन नशेडिय़ों को बेचता था। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि नशीले इंजेक्शन की यह खेप कारू ने अमन व सुजीत कुमार को गांधी मैदान गेट नंबर एक पर दी थी। इसे वे टेंपो से लेकर दीघा पहुंचे। उस खेप को रिसीव करने के लिए सुमित कुमार व रोहित पहुंचे।