अंबिकापुर । कोतवाली पुलिस ने केदारपुर निवासी एक युवक से 166 नग इंजेक्शन जब्त किया है, जिसे वह नशेड़ियों को खपाने के लिए लाया था। आरोपित लगभग दो वर्ष से इस कारोबार में लगा था, जिससे मोहल्ले के लोग भी परेशान थे। जब्त इंजेक्शन की कीमत 66 हजार 500 रुपये बताई जा रही है।

पुलिस ने बताया कि पहुना दुकान के पास रहने वाले रविशंकर कुशवाहा (42) के द्वारा ऊंचे दाम में प्रतिबंधित इंजेक्शन बेचने की जानकारी काफी दिनों से मिल रही थी। 11 मई को देर रात सूचना मिली कि रविशंकर पहुना दुकान के आगे मिशन अस्पताल के पास झोले में प्रतिबंधित इंजेक्शन लेकर ग्राहक का इंतजार कर रहा है। मौके पर पुलिस पहुंची तो आरोपित भागने लगा।

पुलिस ने उसे घेराबंदी करके पकड़ा और तलाशी ली तो झोले में 83 नग रेकसोजेनिक और 83 एविल इंजेक्शन कुल 166 नग मिला। इसकी कीमत 66 हजार पांच सौ रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपित, इंजेक्शन को नशे के रूप में इस्तेमाल करने के आदी हो चुके लोगों को पांच से छह सौ रुपये में बेचता था। इसका प्रभाव मोहल्ले के युवाओं में भी पड़ रहा था, जिससे लोग परेशान थे। पकड़ में आए आरोपित के द्वारा बलरामपुर जिला और उत्तरप्रदेश के सरहद से अज्ञात व्यक्ति द्वारा इंजेक्शन की खेप लेकर आने की जानकारी पुलिस को दी है। मोहल्ले में खुले आम इंजेक्शन की बिक्री से यहां रहने वाले परेशान थे। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है। कार्रवाई में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन व सदर कोतवाली के निरीक्षक मनोज प्रजापति के निर्देशन में एसआइ अब्दुल मुनाफ, आरक्षक प्रवीण चंद तिवारी, आरक्षक सत्येंद्र दुबे, विजय सिंह, संजीव चौबे सक्रिय रहे।