पंचकुला
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने प्रदेश में नशे का उन्मूलन करने के लिए नया साल शुरू होते ही खास निर्देश दे दिए हैं। इसके तहत वे प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में नशीले पदार्थों के प्रयोग का ब्यौरा प्राप्त करने के लिए पूरे प्रदेश की मैंपिंग करवाई जाएगी। इससे इस कारोबार में संलिप्त क्षेत्रों और लोगों का पूरा डॉटा तैयार किया जा सकेगा।

विज ने बताया कि इस प्रक्रिया से ऐसे क्षेत्रों को चिह्नित किया जाएगा, जिन क्षेत्रों में नशे का कारोबार करने वाले और नशीले पदार्थों का सेवन करने वालों की अधिकता है। इस पूरी प्रक्रिया पर निगरानी रखने के लिए गृह विभाग द्वारा राज्य स्तर पर एक समिति का गठन भी किया जाएगा, जोकि जिला स्तर पर गठित की जाने वाले तीन स्तरीय समितियों के कार्य प्रणाली पर पैनी नजर रखेगी। इसके तहत विभिन्न विभागों में आपसी सामंजस्य स्थापित करने के लिए एक समन्वय समिति का गठन करने के निर्देश दिए हैं।

यह समिति संबंधित जिलों में लोगों को शिक्षित करने का काम करेगी, जोकि नशीले पदार्थों के कारोबार में संलिप्त पाए जाते हैं। इस प्रक्रिया से प्रदेश में नशे के इस कारोबार पर रोक लगाने में सहायता मिलेगी। इसके लिए लोगों की सहायता के लिए डी-एडिक्टशन सेंटर भी बनाए जाएंगे, जहां इस लत में पड़े लोगों को नशा छोडऩे के लिए प्रेरित किया जाएगा।

नशे पर लगाम को बनेगा काल सेंटर – विज ने बताया कि इसके अलावा सभी जिलों में उपायुक्त की अध्यक्षता में एक प्रवर्तन समिति का भी गठन किया जाएगा, जिनमें संबंधित सिविल सर्जन, आबकारी एवं कराधान आयुक्त और समाज कल्याण अधिकारी शामिल होंगे। यह समिति जिलों के गांवों, कस्बों व शहरों में इस कारोबार से जुड़े स्थानों का पता लगाएगी व नशे पर लगाम कसने के लिए योजना तैयार करेगी।

इस योजना की सफलता के लिए एक कॉल सेंटर बनाया जाएगा, जहां कोई भी व्यक्ति अपने क्षेत्र में नशे की गतिविधियों के बारे में फोन पर बता सकेंगे। इन सेंटर पर एसएमएस की सुविधा भी दी जाएगी। इन सेंटर पर लोगों का नशा छोडऩे के विषय में भी जानकारी मुहैया करवाई जाएगी।