रायपुर। शहर में नशीली दवा का कारोबार करने वाले पुलिस के निशाने पर हैं। दरअसल, पिछले दिनों दवा कारोबारियों की बैठक लेकर पुलिस व प्रशासन ने साफ चेतवनी दे दी है कि बिना डॉक्टर की पर्ची के कफ सिरप, प्रतिबंधित टेबलेट न बेंचे। डॉक्टर की पर्ची की फोटो कॉपी रखने के साथ लेखा-जोखा भी रखें। लिहाजा, दवा कारोबारी भी कार्रवाई से बचने विशेष ऐहतियात बरत रहे हैं। पुलिस ने शहर के 20 से अधिक ऐसे दवा बेचने वालों की सूची बनाई है, जो गली-मोहल्लों में कफ सिरप, नशीली टेबलेट की सप्लाई कर रहे हैं।
दरअसल अफसरों के मुताबिक, अब डॉक्टर की लिखित पर्ची या अन्य किसी वैध कागजात-दस्तावेज के बगैर प्रतिबंधित नशीले टेबलेट व सिरप की खरीदी एवं बिक्री और सप्लाई नहीं की जाएगी। इसके लिए दवा के होलसेलर और रिटेलर को खरीदी और बिक्री व सप्लाई करने में नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए। इसकी निगरानी करने के लिए ड्रग्स विभाग और पुलिस विभाग की एक संयुक्त टीम बनाई गई है। ये टीम लगातार दवा दुकानों की जांच करेगी। इस मामले में एएसपी सिटी लखन पटले ने कहा कि नशीली दवाओं का कारोबार करने वालों की सूची बनाई गई है। अभियान चलाकर धरपकड़ की जा रही है। पूर्व में भी कई दवा तस्कर पकड़े गए हैं। शहर में इस तरह के कारोबार को पनपने नहीं दिया जाएगा।
पुलिस अफसरों के मुताबिक, नशीली दवाओं को लेकर पुलिस और दवा कारोबारियों की बैठक में मेडिकल स्टोर के संचालक, मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य, दवाइयों की सप्लाई करने वाले और एमआर शामिल हुए। बैठक में बताया गया कि नशीली दवाओं की अवैध तरीके से सप्लाई होने से युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में आकर अपराध को अंजाम दे रहा है। ऐसे में दवा तस्करी के रैकेट को तोड़ना जरुरी है। दवा कारोबारियों ने भी पुलिस का सहयोग करने का आश्वासन दिया है। बता दें कि रायपुर में नशे के सौदागरों के खिलाफ चल रहे अभियान में नशीले टेबलेट और सिरप बेचने व पीने वालों की संख्या में तेजी से इजाफ होने की जानकारी सामने आई है।
इस काले कारोबार में मेडिकल स्टोर संचालक, एमआर और दुकान स्टाफ की संलिप्ता भी सामने आई है। यही नहीं, नशीले टेबलेट और सिरप का सेवन कर नाबालिग व युवा चाकूबाजी, मारपीट जैसे अपराधों को अंजाम देते हैं। इसे रोकने के लिए पुलिस, जिला प्रशासन और ड्रग विभाग ने पिछले दिनों दवा कारोबारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने स्पष्ट कर दिया है कि अब बगैर डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन या वैध कागजात-दस्तावेज के नशीले टेबलेट व सिरप की खरीद-फरोख्त नहीं की जाएगी। ऐसा करते हुए पाए जाने पर तत्काल संबंधित के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार किया जाएगा।