मुजफ्फरनगर (उप्र)। स्थानीय जिला परिषद मार्केट में हरियाणा राज्य के करनाल की एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम ने रेड की। टीम यहां से नशीली दवा बेचने के आरोप में एक दुकानदार को हिरासत में लेकर चली गई। इसके विरोध में दवा दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर जिला परिषद मार्केट में तालाबंदी कर दी और पुलिस कार्रवई के खिलाफ हंगामा किया।
जानकारी अनुसार करनाल (हरियाणा) से आई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल के एसआई सुभाषचंद के नेतृत्व में टीम ने सिविल लाइन पुलिस के साथ जिला परिषद मार्केट में छापामारी की। टीम ने वहां से संदीप मेडिकल एजेंसी के संचालक राकेश गुप्ता को उठा लिया। इसके विरोध में जिला परिषद दवा विक्रेता एसोसिएशन के आह्वान पर दवा व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए और मार्केट के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर हंगामा किया। सीओ नई मंडी हरीश भदौरिया ने मौके पर पहुंचकर दवा व्यापारियों को समझाने का प्रयास किया। दवा व्यापारियों का आरोप था कि करनाल पुलिस ने बिना किसी वारंट या एफआइआर के दवा कारोबारी को उठाया है। इसके बाद सीओ ने करनाल एंटी नारकोटिक्स सेल के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता की। इसके बाद उन्होंने बताया कि राकेश गुप्ता को नशीली दवा बेचे जाने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
गौरतलब है कि करनाल पुलिस ने कुछ दिन पहले रमन गर्ग पुत्र खजांची निवासी रामनगर दरबारा कालोनी असाध करनाल को नशीली दवाओं के साथ गिरफ्तार किया था। रमन गर्ग ने जानकारी दी थी कि उसने नशीली दवाएं जिला परिषद मार्केट स्थित उक्त दवा व्यापारी से खरीदी थी। मुजफ्फरनगर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष प्रमोद मित्तल ने बताया कि किसी व्यक्ति के यह कह देने से कि उसने नशीली दवाएं उक्त दुकान से खरीदी थी, बिना जांच के उसे हिरासत में लेना व्यापारियों का उत्पीडऩ करना है। पहले इसकी जांच करनी चाहिए थी। एसोसिएशन ने एसएसपी से मिलकर विरोध दर्ज कराने और अपनी दवा दुकानें बंद रखने की बात कही है।