बाराबंकी। फर्जी डॉक्टर को अवैध रूप से हॉस्पिटल चलाते हुए पकड़ा गया है। उसके चिकित्सालय को सील कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इसके अलावा चार अन्य अस्पताल संचालकों को नोटिस थमाए हैं।

यह है मामला

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने त्रिवेदीगंज क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया। अवैध क्लीनिक व झोलाछाप डॉक्टरों पर रोक लगाने के लिए कई अस्पतालो का निरीक्षण किया गया। इस दौरान बिना रजिस्ट्रेशन संचालित एक अस्पताल को सीज कर दिया और चार अन्य अस्पतालों में अनियमितता मिलने पर संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए है।

स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई से झोलाछाप डॉक्टरों और अवैध निजी अस्पताल के संचालकों में हड़कंप मच गया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने त्रिवेदीगंज क्षेत्र के परीवा चौराहे पर खुले पब्लिक क्लीनिक का निरीक्षण किया और क्लीनिक एक छोटे से कमरे में चलता पाया। वहां पर मौजूद स्टाफ के लोगो से जब संबंधित दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया तो आयुर्वेद का रजिस्ट्रेशन मिला, जबकि इलाज ऐलोपैथिक का किया जा रहा था।

इसके चलते टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया। टीम भिलवल चौराहे पर खुले बाला जी केयर हास्पिटल पहुंची तो यहां रजिस्ट्रेशन तो मिला लेकिन झोलाछाप चिकित्सक मरीज़ों का इलाज करते हुए पाया गया। पता चला कि डॉक्टर कही बाहर गए हुए हैं।

अस्पताल का शटर गिराकर फरार हुए डाक्टर

इसके बाद टीम मगलपुरवा चौराहे पर खुले गणेश पाली केयर पर पहुंची तो वहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। चिकित्सालय भी खाली वीरान पड़ा था। यहां पर कोई मरीज भी नही मिला। इसके अलावा आरोग्य हेल्थ केयर व बीबीएस हेल्थ केयर त्रिवेदीगंज पर भी अनियमितता पाई गई। यहां पर भी डिग्रीधारी चिकित्सक नहीं था। इसको कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। चेकिंग अभियान के दौरान अवैध क्लीनिक संचालक व झोलाछाप चिकित्सकों में हडक़ंप मच गया। कई चिकित्सक अस्पताल का शटर गिराकर फरार हो गए।