गाजीपुर। फर्जी मेंटल हॉस्पिटल के भंडाफोड़ का मामला सामने आया है। यह अस्पताल 10 सालों से संचालित किया जा रहा था। इस हॉस्पिटल में इलाज करवा रहे एक मरीज की मौत होने पर इसका भांडा फूटा। हॉस्पिटल की तलाशी लेने पर उसमें 6 मरीज जंजीर से बांधे गए मिले। इन मरीजों को रिहा करा दिया गया है।
यह है मामला
गाजीपुर के जमानिया में सहारा जन कल्याण नाम से एक मेंटल हॉस्पिटल चल रहा है। इस हॉस्पिटल में एक मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई है। इससे स्वास्थ्य विभाग में हडक़ंप मच गया। जब स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल का निरीक्षण किया तो कई राज सामने आए।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार यह हॉस्पिटल अवैध रूप से संचालित हो रहा है। यहां पर जंजीरोंं में जकड़े 6 मरीज भी मिले। इन मरीजों को रिहा कर उनके परिजनों के हवाले किया गया है। हालांकि, कार्रवाई के करीब तीन दिन बीत जाने के बाद अभी तक भी इस हॉस्पिटल को सीज नहीं किया गया है।
दस सालों से अवैध रूप से चल रहा अस्पताल
जमानिया के मदनपुरा गांव में चल रहे इस फर्जी हॉस्पिटल में 10 सालों से मानसिक रोगियों का इलाज किया जा रहा है। हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में नहीं कराया गया था। इसकी पोल तब खुली, जब बिहार निवासी एक मरीज विकास की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक के परिजनों की शिकायत पर अस्पताल के संचालक पिता और पुत्र पर 302 का मुकदमा कर उन्हें जेल भेज दिया गया।
चिकित्सा अधीक्षक जमानिया डॉ. रवि रंजन की शिकायत पर केस दर्ज किया गया। हॉस्पिटल को अभी सीज नहीं किया गया है। जमानिया चिकित्सा अधीक्षक डॉ रवि रंजन ने बताया कि हॉस्पिटल पर विभागीय कार्रवाई के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को भेजा जा चुका है। अनुमति मिल जाने पर हॉस्पिटल सीज की कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा।