कानपुर (उप्र)। कल्याणपुर के बारासिरोही में स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र शिवली में तैनात फार्मासिस्ट रामेंद्र कमल (41) ने देर रात अपने आवास पर फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह उनकी पत्नी जब जगाने पहुंची तो घटना की जानकारी हुई। परिजनों ने मृतक के सहकर्मियों पर प्रताडऩा का आरोप लगाया है।
मूलरुप से सिंहपुर शिवली (कानपुर देहात) निवासी रामेंद्र कमल अपनी पत्नी निशा व दो बच्चों अर्पिता (06) और अर्पित (03) के साथ बारासिरोही में रहते थे। भाई अनंतराम ने बताया कि वह शिवली स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र में फार्मासिस्ट के पद पर तैनात थे। रोज की तरह रात को खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में सोने चलेे गए थे। सुबह करीब पांच बजे उनकी पत्नी निशा जब कमरे में उन्हें जगाने पहुंची तो उनका शव मफलर के सहारे पंखे से लटकता देखा। उनके शोर मचाने पर पड़ोसी और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। उनकी सूचना पर पहुंची यूपी-112 की टीम और थाने की फोर्स ने जांच पड़ताल की। मृतक के भाई ने स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र में तैनात डॉक्टर आशीष बाजपेई, सीनियर फार्मासिस्ट राकेश श्रीवास्तव, पूनम समेत चार सहकर्मियों पर प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए कल्याणपुर थाने में शिकायत दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। मृतक के भांजे अमित कमल ने बताया कि चार माह पहले वह अपने सहकर्मियों के साथ सीएचसी में शराब पी रहे थे। उस दौरान साथ में पी रहे एक सहकर्मी ने उनकी वीडियो बना ली। एक सप्ताह बाद वह वीडियो सीएचसी के सभी अधिकारियों को शेयर कर दी। इसके बाद अधिकारी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देते हुए प्रताडि़त करने लगे। अधिकारी और सीनियर सहकर्मी आए दिन अकारण उसे ड्यूटी पर बुलाया करते थे। अवकाश भी नहीं देते थे। इसके चलते वह काफी डिप्रेशन में रहने लगा था। इसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से भी कर चुके थे।