शिमला। देश की नामी फार्मा कंपनियां किसानों से औषधीय पौधों को लगाने और खरीदने में मदद करेंगी। किसानों को औषधीय पौधे लगाने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा। इसको लेकर केलंग में 12 अगस्त को इनवेस्टर मीट का आयोजन होने जा रहा है। इस दिन किसानों के सामने 10 कंपनियों के साथ एमओयू भी साइन होंगे। कृषि मंत्री डा. रामलाल मारकंडा के अनुसार किसानों के साथ कंपनियों के प्रतिनिधियों की इंटरेक्शन भी करवाई जाएगी। कंपनियां लोगों को बताएंगी कि किस तरह से उनसे उनका उत्पाद लिया जाएगा और उनको कैसे लाभ पहुंचेगा। यह कंपनियां किसानों को फसल के बेहतर दाम मौके पर ही दिया करेंगी। जरूरी हुआ तो कंपनियां अपनी प्रोसेसिंग यूनिट भी स्थापित करेंगी। इन्वेस्टर मीट निवेश के लिए है, परंतु यह निवेश लाहुल-स्पीति में होने वाले उत्पादों के लिए होगा, जिसे निजी कंपनियां बाजार उपलब्ध करवाएंगी।
बता दें कि लाहौल-स्पीति में सीबकथॉर्न यानी छरमा पाया जाता है। इसमें औषधीय गुण हैं। चाइना में छरमा के 262 तरह के उत्पाद पाए जाते हैं। छरमा पूरे प्रदेश में केवल लाहौल-स्पीति में ही मिलता है। फार्मा कंपनियां इनमें वैल्यू एडिशन को लेकर काम करेंगी और वहां पर अलग-अलग स्थानों पर अपने प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करेंगी। इसके लिए कंपनियों ने हामी भर दी है।