शिमला। ब्लैक लिस्ट दवा कंपनियों की ओर से प्रदेश में दवा सप्लाई के मामले की जांच स्वास्थ्य निदेशक करेंगे। इस दौरान उन सभी कंपनियों की मेडिसिन सप्लाई खंगाली जाएगी, जिसकी दवाएं प्रदेश के अस्पतालों में पहुंच रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने साफ किया है कि इस केस में दोषी पाए जाने पर आपराधिक मामला दर्ज कराया जाएगा। गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग की खरीददारी में सामने आया है कि जिस दवा कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया था, उसी दवा की सप्लाई प्रदेश के अस्पतालों में हो रही है। अब विभाग यह चैक करेगा कि कंपनियों द्वारा कोई झूठा शपथपत्र तो दायर नहीं किया गया। यदि यह झूठा पाया गया तो आपराधिक मामला दर्ज  हो सकता है।  केंद्र की ओर से पत्र संख्या नंबर बीपीपीआई/ड्रग/ 056/2018 के तहत 3/10/2018 को ये आदेश सभी प्रदेशों को जारी किए गए थे कि विशेष दवा कंपनी की सप्लाई कोई भी प्रदेश न करे। फिलहाल अब सभी कंपनियों के रिकार्ड को देखते हुए यह जांचा जाएगा कि कहीं प्रदेश में जिन अन्य कंपनियों की सप्लाई हो रही है, उनमें भी कोई कंपनी ब्लैकलिस्ट तो नहीं।