शिमला। भ्रष्टाचार के आरोपी सहायक दवा नियंत्रक निशांत सरीन को विजिलेंस ब्यूरो ने गिरफ्तार कर लिया। प्रदेश हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद विजिलेंस ने उसे कोर्ट परिसर में ही गिरफ्तार कर लिया। निशांत सरीन पर घूस के तौर पर दवा निर्माता कंपनियों के खर्च पर देश-विदेश घूमने, महंगे होटलों में ठहरने का आरोप है। हाईकोर्ट में न्यायाधीश संदीप शर्मा के समक्ष मामले पर सुनवाई हुई।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने प्रथम दृष्टया पाया कि प्रार्थी से पूछताछ जरूरी है। मामले से जुड़े रिकॉर्ड का भी अवलोकन किया। इसके बाद कोर्ट ने आरोपी निशांत सरीन की जमानत याचिका खारिज कर दी। सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक टीम ने फार्मा कंपनियों की शिकायत पर गत 21 अगस्त को राज्य दवा नियंत्रक कार्यालय के सहायक दवा नियंत्रक निशांत सरीन के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था।
जांच टीम को छापामारी के दौरान संपत्ति के साथ विदेशी शराब और अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। विजिलेंस के अनुसार कंपनी के प्रबंधकों ने बताया था कि एक अधिकारी उनसे पैसों की मांग करता है। इसमें कभी एयर टिकट तो कभी होटल सहित अन्य ऐश-ओ-आराम के खर्च शामिल हैं। आरोपी इससे पहले नाहन औद्योगिक क्षेत्र में तैनात था। उसे बद्दी में 12 जून को अतिरिक्त दवा नियंत्रक बनाया गया था। इससे पहले बिलासपुर में उसे एक बार रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा था।